झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के चुरचू प्रखंड से मोहम्मद काज़िम झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बारिश के मौसम में सतर्कता बरतने की आवश्यकता हैं।इस मौसम में स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए चापानल का पानी का उपयोग करें एवं इसे उबाल कर पिए। गन्दा पानी ही कई रोग को बुलावा देती हैं।ग्रामीण इलाकों में आजकल अक्सर देखा जाता हैं कि लोग पीने के लिए पानी नदी-नाला से लाते हैं और बिना उबले ही सेवन करते हैं। इसी से कई रोग शरीर को जकड़ लेती हैं। पीने योग्य पानी केवल चापानल से प्राप्त करें। कूप का पानी भी प्रयोग में न लाए उसमे भी कई कीटाणु पनपती हैं जो की स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।

झारखंड राज्य के हज़ारीबाग जिला के चुरचू प्रखंड से मोहम्मद ताजीम जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की गर्मी के दिनों में होने वाली बारिश शीतल प्रदान करती तो हैं परन्तु मौत का पैग़ाम भी साथ ले आती हैं। गर्मी के मौसम में होने वाली बारिश में व्रजपात की घटनाएँ बहुत देखने को मिलती हैं। वहीं इस व्रजपात के कारण कई लोगों की मृत्यु भी हो जाती हैं।चुरचू प्रखंड में ऐसी कई घटनाएं देखने को मिली। ताजीम जी के अनुसार व्रजपात से होने वाली मृत्यु का मुख्य कारण मोबाइल ,लौह से बनी उत्पादें आदि हैं। ये सारी चीज़े बिजली को आकर्षित करती हैं। सरकार अब तक व्रजपात से बचाव का कोई उपाय लोगों के साथ साँझा नहीं की हैं। कारणवश व्रजपात से होने वाली मौत की घटनाएं कम नहीं हुई हैं। ताजीम जी ने व्रजपात से बचने के कुछ उपाय मोबाइल वाणी के जरिए साँझा की हैं। व्रजपात होने पर मोबाइल इत्यादि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। लौह से बनी चीज़ो को पहन कर बरसात में नहीं निकलना चाहिए। और व्रजपात के दौरान भूल कर भी पेड़ो के आड़ में नहीं छुपना चाहिए। इन सुझावों को अपना कर व्रजपात की चपेट में आने से बचा जा सकता हैं।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिला के चुरचू प्रखंड से मोहम्मद ताजीम अंसारी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि आज चुरचू प्रखंड में इस गर्मी के मौसम में पानी की समस्या से लोग परेशान है। जिससे लोगो को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।इस गर्मी में आमजन ही नहीं बल्कि मवेशियों को भी परेशानी हो रही है। पानी की समस्या को दूर करने के लिए जगह जगह पर चेक डेम बनाये गए है।पर इन चेक डेमो में एक भी पानी नहीं है।गांवो में सरकार द्वारा बहुत से तालाबों का निर्माण भी कराया गया है पर इन तालाबों में भी पानी नहीं है।कई जगह हैण्डपम्प और कुँओं में भी पानी नहीं है जिससे लोगो के बीच पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है। लोगो को अगर पीने के लिए पानी मिल रहा है है तो सिर्फ बनाये गए जलमीनारों द्वारा मिल रहा है। सरकार को चाहिए की दूर-दराज, पहाड़ी और जंगली इलाको में पानी की आपूर्ति के लिए और ज्यादा बड़े बड़े जलमीनार बनाये जिससे इस गर्मी में पानी की समस्या को दूर किया जा सके।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला के चुरचू प्रखंड से मोहम्मद ताज़ीम अंसारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि सरकार लोगों तक पेयजल की सुविधा पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किया है लेकिन फिर भी चुरचू प्रखंड के सभी पंचायतों में पेयजल की भारी किल्लत है।उन्होंने बताया कि चुरचू प्रखंड स्थित बोदरा में एक जलमीनार बनाया गया है लेकिन उक्त जलमीनार से लोगों को जलापूर्ति नहीं की जा रही है ,जिससे यहाँ के लोग स्वच्छ पेयजल के लिए दर दर की ठोकरे खाने को बेवस है।वे कहते हैं कि इस क्षेत्र में सीसीएल द्वारा बड़े बड़े खदान खोदकर कोयला निकाला गया जिससे स्वच्छ पेयजल की समस्या उत्पन्न हुई हैं, लेकिन न तो शुद्ध पेयजल के लिए सीसीएल द्वारा कुछ कार्य किया गया और न ही स्थानीय प्रशासन ही इस पर ध्यान दे रहा है। अत: राज्य सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए और लोगों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना चाहिए

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.