झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से निर्मल महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि नावाडीह प्रखंड में मजदूरों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। हाल ही में 30 अक्टूबर को नावाडीह प्रखंड के भलमरा पंचायत के असनाटाड़ निवासी एक व्यक्ति की मृत्यु आंध्रप्रदेश में हो जाने से अभी भी गाँव में मातम छाया हुआ है। नावाडीह प्रखंड में कुल 24 पंचायत है। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि किसी भी पंचायत में एक भी छोटे या बड़े कल कारखाने का निर्माण नहीं किया गया है। जिस कारण रोजगार की तलाश में लोग हरियाणा,पंजाब,गुजरात,बंगाल,मुम्बई एवं दिल्ली जैसे बड़े शहरों में कठिन से कठिन कार्य करने पर मजबूर हैं। कठिन काम करने के कारण इस वर्ष प्रखंड के लगभग 7 युवकों की मृत्यु हो चुकी है। अतः सरकार से यह अनुरोध है कि हर पंचायत एक कारखाने का निर्माण किया जाए ताकि लोगों को अपने गांव को छोड़ एक जगह से दूसरे जगह में जा कर काम की तलाश ना करना पड़े।
आदर्श ग्राम विकास सेवा समिति के सचिव स्वास्थ्य शर्मा से बातचीत
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झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से निर्मल महतो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गुंजरडीह पंचायत स्थित बड़की बेड़ा में बने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के द्वारा ग्रामीणों को पेयजल के लिए बनाए गए पानी टंकी लगभग 1 वर्ष से बेकार पड़ा हुआ है। यह पंचायत एक आदिवासी बहुल क्षेत्र में आता है और यहाँ लगभग 200 लोग निवास करते हैं। पानी की कमी के कारण लोगों को दूर दराज में जा कर पानी लाना पड़ता है। कई ग्रामीणों का कहना है कि गांव में मात्र एक चापाकल बना हुआ जिससे लोगों को थोड़ा बहुत पानी मिल पाता है। वहीँ वार्ड सदस्य मोतीलाल सौरेन ने बताया कि गांव में लगे 4 चापाकल में से मात्र दो चल रहे हैं बाकी खराब पड़ा हुआ। जबकि कई बार इसकी शिकायत नावाडीह बीडीओ एवं संबंधित अधिकारियों मौखिक एवं लिखित रूप से भी की गई है। लेकिन शिकायत पर एक बार भी अधिकारियों ने अपनी नजर नहीं डाली। इस क्षेत्र में सीसीएल के द्वारा निःशुल्क बिजली, पानी एवं फण्ड का पैसा दिया जाता है। लेकिन लोगों को सुविधाओं से कोशों दूर रखा जा रहा है।
झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला से निर्मल महतो एनीमिया से बचने के पाँच उपाए अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है पहला है-रेड मीट,अंडा का सेवन करे दूसरा है-हरी सब्जियों के साथ मक्का तथा दलों का सेवन करें तीसरा है-फलों का सेवन करें चौथा है-चाय का सेवन करते समाये चाय की चुस्कियां ले क्र न पियें और पाँचवाँ है-बिना डॉक्टर की सलाह के आयरन की गोलियों का सेवन बिलकुल नहीं करें
झारखंड राज्य के बोकारो ज़िला के नावाडीह प्रखंड से निर्मल महतो ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि नावाडीह प्रखंड अंतर्गत आने वाले चपरी पंचायत के बरडगवा टोला एक आदिवासी बहुल गांव हैं। इस गांव के ग्रामीण शुद्ध पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। यहाँ के ग्रामीण महिलाएँ दूरदराज़ से पानी की व्यवस्था करती हैं। शुद्ध पानी का इतना अभाव है कि ग्रामीण चुआ और जोरिया के पानी पीने को विवश हैं।जंगल क्षेत्रों में जाकर पानी तलाशना ख़तरों में पैर डालने के बराबर है। वहाँ रेंगने वाले जीव जंतु का ख़तरा हर एक पल बना रहता है।यहाँ तक की गंदे पानी के सेवन से कई गंभीर बीमारी होने का ख़तरा ग्रामीणों पर मंडरा रहा है। राज्य सरकार आदिवासियों के लिए करोड़ों रूपए खर्च करती हैं परंतु आजतक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी, ग्रामीणों की दुर्दशा देखने उनके क्षेत्र पर क़दम तक नहीं रखा है।यहाँ तक की पंचायत के जनप्रतिनिधि भी इस समस्या पर ध्यान आकर्षित नहीं कर रहे हैं।ग्रामीणों द्वारा लिखित रूप से आवेदन देकर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया गया पर सारी कोशिशें नाकाम साबित हुई।
झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के नावाडीह प्रखंड से ज्योति कुमारी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अब मेरी बारी कार्यक्रम के तहत उन्हें टिपि टिप दीदी के द्वारा एनीमिया से बचने के उपाय एवं माहवारी के दौरान रखने वाले स्वच्छता की जानकारी मिली ,जो की उन्हें बहुत अच्छी लगी ।
झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला से कुमारी प्रियंका अब मेरी बाई मोबाइल वाणी के अध्यात्म से बता रही है की अब मेरी बारी में चल रहे कार्यक्रम से बहुत सारी जानकारियाँ मिलती है साथ ही कहा कि डीपीसी दीदी के द्वारा महावरी एवं एनीमिया से बचने के उपाए सुन क्र बहुत अच्छा लगा
झारखण्ड राज्य के नवाडी जिला बोकारो से मुश्कान कुमारी ने मोबाइल वाणी में चल रहे धारावाहिक अब मेरी बरी के माध्यम से दीपिकी दी के द्वारा दी गयी जानकारी से माहवारी एवं एनीमिया से बचने के उपाय और माहवारी के वक्त साफ सफाई तथा समय समय पर आयरन की गोली खाने की विधि की जानकारी प्राप्त की
महावारी के वक्त पेट में दर्द मुख्य 6 कारणों के कारण की वजह से होती है जैसे कम नींद आना शराब सेवन करना धूम्रपान करना पीरियड के वक्त साफ-सफाई न रखना आदि गलत आदत के कारणों से झेलनी पड़ती है।