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झारखण्ड के बोकारो ज़िला के नावाडीह से हरेंद्र कुमार ने बताया कि नावाडीह की जमीन पर कुछ लोग अवैध कब्ज़ा करके मकान बना रहे है।

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उज्जवला योजना की लाभुक नावाडीह प्रखंड बोकारो जिला निवासी शीला देवी से बातचीत

झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला से जे एम रंगीला झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से दिनांक 16-04-20 को बताया कि झारखण्ड मोबाइल वाणी पर 07-04-20 को एक खबर का प्रसारण किया गया था। जिसमें बताया गया था कि खबर में बताया गया था कि किसान हरेन्दर कुमार महतो की ज़मीन 25 एकड़ ज़मीन को वर्ष 1984 में सीसीएल द्वारा ले ली गई थी। पानी के अभाव के कारण वो खेती करने में भी असमर्थ है। चूँकि वो किसानों की बड़ी जाति में आते है इसलिए उनका लाल राशन कार्ड भी नहीं बना है। अब जब लॉक डाउन हो चुका है तो उनका परिवार भुखमरी के कगार पर आ चुका है। सीसीएल द्वारा कोई भी सहायता नहीं मिल रही।  इस खबर को वाट्सप और फेस बुक में शेयर कर जिला के उच्चाधिकारियों सीसीएल के अधिकारीयों को सुनाया गया था। इस खबर का असर यह हुआ कि सीसीएल प्रबंधन ने सीएसआर फण्ड से खदानों से प्रभावित गावों व कारों को जवाहर नगर में जीएम एम डी राव ने नौ अप्रैल को जरुरत मंदों को राशन बाटने का सुभारम्भ किया। 11अप्रैल को फेज़ -2 गोविन्द पुर राशन बांटा गया ।इस खबर का दोहरा असर तब हुआ जब 11-04-20 को सीसीएल धोरी क्षेत्र प्रबंधन ने जरुरत मंदों के बीच राशन बांटा गया। उल्लेखनीय है कि बीएण्डके क्षेत्र में 9,10,11,12 अप्रैल को अपने समीपवर्ती इलाकों में राशन वितरण किया था। वहीँ धोरी परिक्षेत्र में 13,14,15,16 अप्रैल को अपने समीपवर्ती उपरोक्त गाओं में राशन का वितरण किया। सभी ग्रामीणों ने मोबाइल वाणी की प्रशंसा की।

झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला से जे एम रंगीला झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से दिनांक 11-04-20 को बताया कि झारखण्ड मोबाइल वाणी पर 07-04-20 को एक खबर का प्रसारण किया गया था जिसमे किसान हरेन्दर कुमार महतो से साक्षात्कार लिया गया था। खबर का शीर्षक था "भूमिहीन किसान लॉक डाउन के दौरान पहुँचे भुखमरी के कगार पर  ".खबर में बताया गया था कि हरेन्दर कुमार महतो की ज़मीन 25 एकड़ ज़मीन को वर्ष 1984 में सीसीएल द्वारा ले ली गई थी। उन्हें 1.5 एकड़ तक नौकरी देने का प्रावधान है। हरेन्दर जी का नियुक्ति पत्र 1994 से सीसीएल द्वारा रोक कर रखा गया है। इस कारण अभी भी वे बेरोज़गार है । खदान होने के कारण उनकी भूमि भी बेकार पड़ी है। पानी के अभाव के कारण वो खेती करने में भी असमर्थ है। चूँकि वो किसानों की बड़ी जाति में आते है इसलिए उनका लाल राशन कार्ड भी नहीं बना है। अब जब लॉक डाउन हो चुका है तो उनका परिवार भुखमरी के कगार पर आ चुका है। सीसीएल द्वारा कोई भी सहायता नहीं मिल रही।  इस खबर को वाट्सप और फेस बुक में शेयर कर जिला के उच्चाधिकारियों सीसीएल के अधिकारीयों को सुनाया गया था। इस खबर का असर यह हुआ कि सीसीएल प्रबंधन ने सीएसआर फण्ड से खदानों से प्रभावित गावों व कारों को जवाहर नगर में जीएम एम डी राव ने नौ अप्रैल को जरुरत मंदों को राशन बाटने का सुभारम्भ किया। 11अप्रैल को फेज़ -2 गोविन्द पुर राशन बांटा जा रहा है। इसकी अगुवाई कार्मिक प्रबंधक निखिल अघोरी डीएड के प्रक्षेत्र और ट्रेड यूनियनों  के संयुक्त सलाहकार समिति के सदस्य गजेंद्र प्रसाद सिंह ,गणेश प्रसाद महतो ,विजय कुमार भोई ,टीनू सिंह ,शक्ति प्रसाद मंडल,मधुसूदन आदि ट्रेड यूनियन नेता आदि सक्रीय भूमिका अदा कर रहे हैं।

झारखंड राज्य के बोकारो ज़िला के नावाडीह प्रखंड से जे एम रंगीला इनकी बातचीत मुंबई महाराष्ट्रा के बेलापुर में मजदुर के रुप में कार्यरत हेमंत कुमार से हुई थी। इस बातचीत में हेमंत कुमार ने बताया था कि वे मुख्यरूप से बोकारो के निवासी हैं।फिलहाल कार्य के लिए मुंबई में रह रहे हैं। मुख्य मंत्री जी के द्वारा लॉक डाउन कर दिए जाए से उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खाने पीने की कोई सुविधा मुहैया नहीं की जा रही है। मजबूरन लोगों को एक समय भूखा ही सोना पड़ रहा है। हेमंत कुमार के साथ अन्य राज्यों के भी मजदुर इस लॉक डाउन में फंसे हुए हैं। जिन्हे कोई सहायता नहीं मिल पा रही है।इनकी समस्याओं को सुनने के बाद जे.एम रंगीला जी ने दिनाँक 31/03/2020 को मोबाइल वाणी में यह खबर प्रसारित किया था। इस खबर को कमलेश महतो ने सुना और हेमंत कुमार और इनके साथ रह रहे अन्य मजदूरों को खाने के लिए राशन मुहैया करवाया। सहायता प्राप्त कर हेमंत कुमार बहुत खुश हुए और मोबाइल वाणी को धन्यवाद दिया।

झारखण्ड राज्य के जिला बोकारो से जे एम रंगीला झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से दिनांक 07-04-20 बताते हैं कि  एसडीओसीएम परियोजना प्रबंधन ने डम्फरों ,मशीनों को सैनिटाइज करवाया ।दरअसल, कोल इण्डिया लिमिटेड की एक अनुसंगी कंपनी है जो सीसीएल की ढोरी बीएमके तथा कथारा क्षेत्र बोकारो  जिला के बेरमो अनुमंडल के क्षेत्र में पड़ता है। सम्पूर्ण देश में लॉक डाउन की घोषणा की गयी है परन्तु सीसीएल सेन्ट्रल कोल लिमिटेड में उत्पादन का कार्य हो रहा था और मजदुर लगातार कार्य कर रहे थे । किन्तु सारे मजदुर ,कर्मचारी व अधिकारी असुरक्षा की स्थिति में कार्य कर रहे थे । इस खबर को 02-04-20 को झारखण्ड मोबाइल वाणी पर परक्षित किया गया था। जिसका शीर्षक था "लॉक डाउन की धज्जियाँ उड़ा रहा है एसडीओ परियोजना ,हो रही है सोशल डिस्टन्स की अवहेलना ".तथा इस खबर को वाट्सप ,फेसबुक के माध्यम से जिला के प्रशासनिक पदाधिकारियों ,सीसीएल के उच्चाधिकारियों को सुनाया गया था। इस खबर का असर यह हुआ कि एसडीओ  सीएम प्रबंधन ने परियोजना कार्यालय मजदूरों के विश्राम स्थल ,कैंटीन ,गेस्ट हॉउस आदि प्रमुख स्थलों में 03-04-20 को बिलीचिंग पाउडर का छिड़काव कर सेनिटीज़ करवाया गया । इसके बाद इस खबर का दूसरा असर यह हुआ कि 04-04-20 को कारो परियोजना के परियोना पदाधकारी जायज़ मुनि राम ने सीसीएल कर्मियों को सोशल डिस्टन्स का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी थी। जहाँ सोशल डिस्टन्स का बखूबी पालन की जा रही है।इस खबर का तीसरा असर यह हुआ कि ढोरी परिक्षेत्र की एसडीओ सीएम परियोजना में देखा गया। इस परियोजना के मद्देनजर ही खबर प्रसारित किया गया था। परियोजना प्रबंधक शैलेश परशाद ने  06-04-20 को परियोजना के कार्य में लगे तमाम डम्फरों ,मशीनों में छिड़काव कर सेनिटाइज़ किया गया। इस कार्य हेतु एसडीओ सीएम के मजदूरों ,सीसीएल कर्मियों व अधिकारीयों ने मोबाइल वाणी को धन्यवाद दिया।app selector 3