जिला ईस्ट सिंघभूम के जमशेदपुर प्रखंड से सोनावलि मुर्मू ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि महिलाए हर तरह से हिंसा कि शिकार होती है।हर दिन विभिन्न प्रकार कि खबर आती है।चाहे वह बलत्कार,दहेज़ प्रथा,बाल विवाह,कन्या भ्रूम हत्या,इस तरह से ना जाने कितनी महिलाओ को अपनी जान गवानी पड़ती है।क्या लड़की का जन्म होना पाप है।महिलाओ के साथ हर रूप से अत्याचार किया जाता है।गौर किया जाए तो महिला सिर्फ पराए के साथ शौषण नहीं होती सबसे पहले उसके माता-पिता परिवार वालो के साथ होता है।अधिकांश माता-पिता बेटा चाहते है और जब उन्हें मालूम होता है कि उसके गर्भ में बेटी है तो उसे गर्भ में ही हत्या कर दी जाती है।जिस परिवार में बेटा-बेटी है।तो बेटे को स्कुल भेजा जाता है तथा बेटी से घरो का कार्य कराया जाता है।छोटे उम्र में ही उसकी शादी कर दी जाती है।फिर उसे ससुराल में दहेज़ के लिए प्रतारणा सहना पड़ता है।अत:महिलाए अपने ऊपर हो रहे अत्याचार को ना सहे बल्कि उसका विरोध करे जिससे महिला हिंसा को रोका जा सके।