झारखण्ड राज्य के नकटिमंडर के कुंडा पंचायत से मुनारी कुमार की बातचीत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से एक महिला से हुई। इन्होने बताया कि इनके सफ़ेद राशन कार्ड से केवल तेल मिलता था। जिसके बाद डीलर के पास सफ़ेद कार्ड जमा करने को कहा गया ताकि लाल कार्ड बन कर आएगा लेकिन ग्रीन कार्ड बन कर आया ,लेकिन यह ग्रीन राशन कार्ड देने के लिए भी 4000 रूपए रिश्वत मांगी जा रही है