इमामूल खान जामताड़ा से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की पारा शिक्षको का मानदेय समय पर नहीं दिया जाता है,पारा शिक्षको को 5 तक मानदेय दे देने का प्रावधान है पर फिर भी उन्हें अपने हक़ का वेतन के लिए संघर्ष करना पड़ता है,जबकि पारा शिक्षक अपनी योगदान दे कर पढ़ाते है, इसके अतिरिक्त उन्हें अन्य कामो के लिए भी भेजा जाता है