झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के पेटरवार प्रखंड से नागेश्वर महतो ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पेटरवार बोकारो ज़िले का एक प्रमुख कृषि प्रधान प्रखंड है। इस क्षेत्र में कल-कारखाना व उद्योगों धंधो का अभाव है। अधिकांश लोगों की आजीविका का एकमात्र संसाधन कृषि ही है। हालाँकि कृषकों के लिए सिंचाई की सुविधा उपलब्ध नहीं है। प्रतिवर्ष किसान अपने खेतों के लिए मानसून पर निर्भर रहते हैं परन्तु इस साल हालात और भी बुरा रहा। सभी गांव में वर्षा की बेरुखी के कारण धान का रोपा नहीं हो पाया। धान के बिहन डालने में ही किसानों की कमाई बर्बाद हो गई साथ ही उनके खेत भी खाली रह गए। इस कारण पेटरवार प्रखंड के किसानों के खेत और खलिहान इस वर्ष सूना ही रह गया। जिससे किसानों के चेहरों मायूसी झलक रही हैं। प्रखंड में पलायन होना आम बात है लेकिन इस वर्ष पलायन में काफ़ी बढ़ोतरी आ गई है।बेरोज़गारी की मार झेलने के लिए किसान विवश हैं।मजबूरन बेरोज़गारी की मार झेल रहे जनता व मज़दूर वर्ग के लोग पलायन करने की तैयारी में लगे हैं ।