जिला बोकारो,प्रखंड पेटरवार, ब्लॉक तेनुघाट से सुषमा कुमारी जी झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रही है कि कोयला खान से हमारे जीवन के साथ-साथ कृषि, जल और पर्यावरण को भी नुकसान पहुँच रहा है।कोयला खदान के अंदर काम करने वाले मजदुर काम करने की समय सीमा तक डस्ट से जूझते रहते है। साथ ही आने-जाने वालों को भी डस्ट में साँस लेना पड़ता है।जिससे हमारे शरीर में अनेक प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती है। जैसे की साँस लेने में परेशानी, अपच, टीबी, दमा आदि बीमारिया होती है और हमरी आयु घटते जाती है।कोयला खान के कारण हमे शुद्ध हवा, भोजन, पानी से हमें वंचित रहना पड़ रहा है।कोयला खान हमारे वातावरण को गर्म कर दिए है।कोयला खान के लोगो को उड़ता डस्ट और फैलती बीमारी नहीं।वे नहीं सोचते है की इस कोयले खान की कमाई से जनता को कितनी परेशानी झेलनी पड़ रही है।कितनी बीमारियां फ़ैल रही है। और कितने स्वस्थ लोग अस्वस्थ हो रहे है।