जिला गोड्डा के पथरगामा प्रखंड से पंकज कुमार अतुल ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि पिछले 10वर्षो में लगातार शिक्षा का स्तर गिर रहा है और शिक्षा का स्तर गिरना समाज में चिंता का सबक बनता जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा मध्यान भोजन को बंद करने से कुछ हद तक हो सकता है सुधार और यदि मिडडे मिल की राशी को छात्रो के बीच वितरण किया जाए तो शिक्षा में सुधार लाया जा सकता है।यह देखा गया है की प्रखंड के शिक्षक को प्रखंड में क्षेत्र में नियुक्त करने से शिक्षा का स्तर गिरता नजर आया है। क्योकि होम प्रखंड में नियुक्ति होने से शिक्षको का ध्यान स्कुल में ना हो कर घरो में रहता है।यदि शिक्षको को जिला स्तर पर दिया जाए तो ऐसे में शिक्षको का काम सिर्फ पढ़ना होगा और गांव में रहने से अधिकांश समय वे घर पर ही रहते है और घर का काम में ही ज्यादा ध्यान देते है बैठे बिठाए शिक्षक को बेतन मिल जाता है।अत:शिक्षको की बदली जिले स्तर पर करे तो शिक्षा में आ सकता है सुधार।