जिला बोकारो पेटरवार से सुषमा कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि वर्तमान समय में बाल विवाह एक अभिशाप है। जिस उम्र में बच्चों को पढ़ना,लिखना,खेलना,कूदना और नए-नए विचारों का आदान-प्रदान का समय रहता है, उस वक्त बाल विवाह करा दिया जाता है। यह एक खतरनाक और भयभीत पल स्थिति होती है। उम्र के लिहाज से बच्चों का बाल विवाह अनुचित है, बाल उम्र में बच्चों की मानशिक और शारीरिक स्थिति ख़राब होती है। शरीर कमजोर और उम्र छोटी होती चली जाती है।बच्चों को शरीर कमजोर,मानशिक, सामजिक और दहेज़ प्रताड़ना का भी शिकार होना पड़ता है और जनसँख्या में भी वृद्धि होती चली जाती है।