तोपचाँची प्रखंड से शंकर रावणी जी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि निरक्षरता का मुख्य कारण है, बेरोजगारी।भारत सरकार ने "साक्षरता अभियान" के अंतर्गत योजना चलाया है,जिसमें निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने की योजना है।परन्तु इस योजना की धज्जियाँ तोपचांची प्रखड में उड़ती हुई देखी जा सकती है।अब तक इस प्रखंड में दस से पंद्रह लाख का घपला हो चूका है,लेकिन एक भी व्यक्ति अब-तक साक्षर नहीं बन पाया है।सरकारी आँकड़ों में लोगों को साक्षर दिखाया जा रहा है,परन्तु वास्तविकता की धरातल पर ऐसा कुछ भी नही दिख रहा है।अतः झारखण्ड सरकार को इस विषय पर जाँच-पड़ताल कर,इसमें व्याप्त कमियों को दूर करके ,इस कल्याणकारी योजना को पुनः लागु करनी चाहिए।