जिला बोकारो पेटरवार से सुषमा कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा सड़क,भवन,पुल या पुलिया का निर्माण करने हेतु कई योजना चलाई जाती है।लेकिन कभी-कभी छोटी सी भूल या लापरवाही के कारण यह योजना अधूरे में लटक जाता है।कई जगह योजनाओं को पूरा करने के लिए जो राशि दिया जाता है,उसे भी ठेकेदारों द्वारा निकाल लिया जाता है।और काम जैसे-तैसे पूर्ण करके छोड़ दिया जाता है जिसकी कोई गुणवक्ता नहीं होती है। साथ ही करोड़ो रूपए की लागत से बना भवन भी उपयोग लायक नहीं रहता है।अंततः वो भवन जर्जर हो कर गिर जाता है। ग्रामीणों द्वारा ठेकेदारों से पूछे जाने पर कहा जाता है कि उन्हें फ़ीस या कमीशन नहीं मिलता है जितना पैसा मिलता है उतना का कार्य करते हैं।जबकि कमीशन पहले ही निकाल लिया जाता है। अतः केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार से यह कहना चाहती हैं कि जो भी योजना ग्रामीणों के लिए निकालते हैं उसकी गुणवक्ता की जाँच अवश्य करें।