बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड अंतर्गत तेनुघाट ग्राम से सुषमा जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि सरकार को जी.एस.टी टैक्स लागू नहीं करना चाहिए था। क्यूंकि जिनकी आर्थिक स्थिति खराब है जी.एस.टी टैक्स का उन लोगो पर काफी असर पड़ेगा। टैक्स लागू होने से पहले न्यनतम परिवार के लोगो को राहत थी लेकिन अब जो रोजी-रोजगार कर अपना घर चलाते है तथा अपने बच्चों को पढ़ाया-लिखाया करते है उन लोगो को घर का पालन-पोषण करना काफी मुश्किल हो जायेगा। सरकार को जी.एस.टी टैक्स लागू करने से पहले गरीब जनता के बारे में एक बार सोचने की जरुरत थी की टैक्स लागू करने के बाद कौन से लोगो को लाभ एवं कौन से लोगो को हानि पहुँचेगी। न्यनतम वर्ग के लोगो के लिए जी.एस.टी टैक्स को चुकाना काफी महंगा पड़ सकता है। भारत सरकार जनता को लाभ पहुंचाने के बजाय हानि पहुंचा रही है। भारत सरकार ने भ्रष्टाचार एवं कालाधन को समाप्त करने के लिए नोट बंदी जैसे नियम को लागु किया और नोटबंदी के दौरान पांच सौ एवं एक हजार रुपये के नोट बंद होने के कारण कई लोगो की जान चली गयी। इसलिए वे सरकार से आग्रह करना चाहती है कि जनताओ के प्रति सरकार विशेष ध्यान दे ताकि भारत की जनता खुशहाल जिंदगी जी सके।