कलाकार की मौत से हिला कला जगत गंगा रजक । जमालपुर। कोरोना काल में लगातार कलाकार की मौत से कला जगत सन्न हैं और कलाकार मायूस। जानकारी के अनुसार मुंगेर जिले के प्रसिद्ध कलाकार चंद्रिका मिश्र उर्फ चंडी मिश्र की निधन की खबर मिलते ही सभी मायूस हो गए। चंद्रिका मिश्र मुंगेर जिले के नामी कलाकारों में शामिल थे। इनके पिता बुलबुल महाराज प्रसिद्ध तबला वादक थे। जिनका नाम राष्ट्रीय स्तर पर था। जानकारी के अनुसार चंडी को भारतीय रेल कला कोटे के तहत नौकरी दी गई।और वो भारतीय रेल गोरखपुर में अपनी सेवा दे रहे थे।ज्ञातव्य हो कि भारतीय ईस्टर्न रेल की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पा चुके हैं।जिसके बाद वो मुंगेर का गौरव बने। इनके थिरकते अंगलियों से दर्शकों श्रोताओं वाहवाही को मजबूर हो जाया करते थे। जिले के युवाओं में सबसे तेजतर्रार गिनती होती थी। इनके जाने के बाद बुलबुल महाराज का एक चिराग बुझ गया तथा बुलबुल महाराज हिन्दुस्तान में नामचीन हस्ति थे।राष्ट्र के नेमफेम के आर्टिस्ट इन्हें जानते थे। सुगम संगीत के प्रसिद्ध गायक निर्मल जैन ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा चंडी उम्र (50) युवा तबला सम्राट थे तथा देश के प्रसिद्ध मृदांग कलाकार बुलबुल महाराज के पुत्र थे। ये कथक परिवार एवं फारुखवाद घराने से आते थे। इन्हें संस्कार भारती,ईस्टर्न रेलवे सहित अनेकों कला संस्थानों ने मान सम्मान दिये। चंद्रिका उर्फ चंडी के आकस्मिक निधन से रेलनगर जमालपुर के कलाकारों,बुद्धिजीवी, पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ पड़ी।