बिहार राज्य के जिला मुंगेर से राहुल रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि धरहरा(संवाददाता):सरकार जहाँ वाटर लेबल को मजबुत बनाने के लिए मनरेगा योजना से सरकारी चापानल के पास सोख्ता निर्माण करा रही है वहीं सोख्ता निर्माण मे जुडे़ मजदुरो को काम करने के बावजूद राशि का भुगतान नही होने से मजदुरो के बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं ईटवा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य वीरचंद्र पटेल ने बताया कि सरकार ने वाटर लेबल को मजबुत बनाने के लिए मनरेगा योजना से सरकारी चापानल के पास सोख्ता निर्माण वृहत पैमाने पर करा रही है परंतु धरहरा प्रखंड के ईटवा मे एक माह तक सोख्ता निर्माण मे कार्य करने वाले मजदुरो को मजदुरी का भुगतान नही होने से मजदुरो के बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।मजदुर सुबोध मंडल,उपेन्द्र कुमार ,ईश्वर पंडित,संदीप कुमार ,कन्हैया कुमार ,सहित सोख्ता निर्माण मे लगे मजदुरो ने बताया कि मनरेगा योजना का उद्देश्य मजदुरो के खाता मे एक सप्ताह काम करने के बाद राशि मजदुरो के खाते मे विभाग द्वारा भेजा जाता है परंतु एक माह बीत जाने के बावजूद विभाग द्वारा हम मजदुरो के खाते मे राशि नही पहुँची है जिससे हमलोगो के बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।इस बाबत पंचायत रोजगार सेवक कमलेश कुमार ने बताया कि सभी मजदुरो का मजदुरी हेतु विभाग के साईट पर मजदुरी भुगतान के लिए भेजा गया है । प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रामानुज प्रसाद ने कहा कि सोख्ता निर्माण मे लगे मजदुरो को जल्द ही भुगतान विभाग द्वारा की जाएगी।मनरेगा योजना मे राशि की कोई कमी नही है।मनरेगा योजना से बन रहे सोख्ता निर्माण का कार्य तीव्र गति से किया जाएगा ताकि जल संचय से वाटर लेबल को मजबुत किया जा सके।