संग्रामपुर प्रखंड के रतनपुरा गांव रोड का स्थिति हुआ है जर्जर बताते चलें कि यहां लगभग आज से 25 वर्ष पूर्व ही सड़क में किसी तरह से कार्य हुआ था उसके बाद शायद उसको देखने वाला कोई नहीं इस गांव के लगभग आबादी 2000 से अधिक है एवं यहां पर दो दो महान स्वतंत्रता सेनानी भी थे जो कि अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने मैं लगे हुए थे बताते चलें कि यहां की लगभग 12 सौ से अधिक वोटर हैं जो कि चुनाव के समय में अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं कई नेता आते हैं वादा करके जाते हैं लेकिन पुनः द्वारा स्कोर देखने वाला कोई नहीं होता खास करके बरसात के मौसम में दो चार पहिए तो बात की बात है लेकिन खासकर के पैदल चलना भी लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है अब देखना यह है कि क्या ऐसी स्थिति में इस सड़क का कुछ होता है या नहीं होता है