बिहार राज्य के जिला मुंगेर से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मुंगेर प्रखंड क्षेत्र के गांवों एवं शहरों में जल संकट गहराने लगा है.लोगों के घरों के चापानल में भी पानी देना बंद कर दिया है हालांकि ऐसे में नल जल योजना काफी मददगार साबित हो रही है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार गांवों में 10 से 20 फीट पर निकलने वाला पानी का स्तर नीचे कैसे चला गया है।वही सरकारी स्तर पर पानी को बचाने के लिए सरकारी स्तर पर कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है। केन्द्र हो या राज्य सरकार जल का व्यर्थ दोहन रोकने के लिए आए दिन तमाम तरह की घोषणाएं भी करती रहती है लेकिन उन पर कितना अमल हो रहा है इसको लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। आज समरसेबल की इतनी बढ़ोतरी हो गई है कि पानी काफी ज्यादा बर्बाद हो रही है,यदि सरकार इसपर जल्द ध्यान नहीं देगी तो पीने के लिए लोगों को गंभीर संकट से गुजरना पड़ेगा।