नमस्कार दोस्तों , मैं संजय हूँ और आप मुज़फ़्फ़रपुर मोएलवानी को सुन रहे हैं । वह मुफ्त राशन दे रही हैं और इसे पांच साल तक जारी रखेंगी और उनकी नीतियों के कारण देश के आम लोगों की औसत आय में पचास प्रतिशत की वृद्धि हुई है , जिससे गरीबी कम हो रही है । अनिल जी से जान लीजिए कि वह इसके पक्ष में हैं या विरोध में , उनकी क्या राय है अनिल जी , मालवानी जी नमस्ते में आपका बहुत स्वागत है वास्तव में , अगर आप गरीबी को घटते हुए देखते हैं तो हमारी समझ से गरीबी बढ़ रही है । इसलिए जिनके पास पैसा है , उन्हें कहीं न कहीं राशन का लाभ मिल रहा है , लेकिन आज भी कई गरीब लोग हैं जिनका नाम राशन कार्ड में एक व्यक्ति के साथ जुड़ा हुआ है और बाकी लोग नहीं जुड़े हैं । तो यह क्या है , घर - घर सर्वेक्षण करके , यानी यह पता लगाना कि किसका नाम भाई से जुड़ा नहीं है , यहाँ आज से कोरोना के समय में ज्यादातर लोगों का नाम मुज़फ़्फ़रपुर से जुड़ा हुआ है और जो भाई से जुड़ा हुआ है । है सीएम है नितीश कुमार का स्पेशल ये था तो एक एक लोगों की नाम और कई राशन कार्ड तो बहुत है लेकिन एक घर में एक नाम और वे पाँच लोग हैं । और चार लोगों का नाम नहीं जोड़ा गया है , इसलिए इसे चार लोगों में जोड़ा जाएगा , फिर कहीं न कहीं लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और अब धीरे - धीरे लोगों की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है क्योंकि यह तकनीकी बात हर जगह कहीं न कहीं आ गई है ।