प्रथम तिमाही में कराएं गर्भवती की एचआईवी जांच- डीडीसी - सिंगल विंडो सिस्टम को दुरुस्त करने की कवायद तेज - 2020 तक माताओ से बच्चों में होने वाले एचआईवी और सिफलिस को खत्म करने का लक्ष्य वैशाली। 9 मार्च एलिमिनेशन ऑफ मदर टू चाइल्ड कार्यक्रम के अंतर्गत एचआईवी एवं सिफलिस के उन्मूलन हेतु जिला समाहरणालय के सभागार में सोमवार को कमेटी की बैठक हुई। बैठक में डीडीसी द्वारा सभी ब्लॉक से आए हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया कि प्रत्येक गर्भवती महिला का एचआईवी जांच उसके प्रथम तिमाही में अवश्य करें साथ ही यह सुनिश्चित करें कि उसके साथी की भी जांच अवश्य करें। बिहार एड्स, कंट्रोल सोसायटी से आए हुए यूनिसेफ के राज्य समन्वयक ने आशीष कुमार ने कहा जिले में सभी गर्भवती महिलाओं का एचआईवी टेस्ट करना है।वहीं विजय प्रकाश मीणा डीडीसी वैशाली ने कहा कि वह 2020 तक एचआईवी एवं सिफलिस से एलिमिनेशन के लिए सारे गर्भवती महिलाओं का एचआईवी एवं सिफलिस जाँच को संकल्पित है। साथ ही निर्देश किया कि प्रत्येक माह की एचआईवी प्रोग्राम का समीक्षा की जाएगी। जिससे कार्यक्रम को और गति मिलेगी। दो महीनों में 32 प्रतिशत एएनसी बढ़े सिविल सर्जन डॉ इंद्रदेव रंजन ने कहा कि हमारे जिले में एएनसी तो होती है पर समय पर उनके आंकड़े साइट पर अपलोड नही किये जाते जिससे दिसंबर 31 तक मात्र 43 प्रतिशत आंकड़े ही अपलोड हो पाए थे। पर विगत दो सप्ताह में हमने इसमें तेजी लाई और हमने जादुई रूप से उसे 75 प्रतिशत कर दिया। अब उसे शत प्रतिशत करने का लक्ष्य है। वैशाली अभी फ़ास्ट ट्रैक जिले की श्रेणी में आता है । थोड़ी सी मेहनत से यह जिला ट्रांसफॉर्मेशन वाले एचआईवी से मुक्त हो जाएगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि सारे गर्भवती महिलाओं का एचआईवी जाँच प्रथम तिमाही में ही करवा लिया जाए ताकि एचआईवी संक्रमण होने की स्थिति में समुचित देखभाल कर के होने वाले बच्चे को संक्रमित होने से बचाया जा सके। डीडीसी द्वारा सभी अधिकारी को यह भी निर्देश दिया गया कि अगले 6 महीने में 100% प्राप्त कर लिया जाए। बैठक में जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर एस के रावत ने कहा जल्द ही एचआईवी जांच को बढ़ाया जाएगा इसके साथ ही हम नए केंद्रों और VHSND विएचएसेंडी साइट पर एचआईवी जांच शुरू करेंगे जिससे एचआईवी जांच का आंकड़ा बढ़ जाएगा। बैठक में जिला जिला कार्यक्रम प्रबंधक एवं सभी ब्लॉक के प्रभारी और ब्लाक स्वास्थ प्रबंधक एवं जिला के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी यूनिसेफ के मधुमिता कुमारी आहना रंजीत कुमार, कुंदन कुमार आदि मौजूद रहे।