सोंन्धा के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की फैल रही सोंधी खुशबू -सालों से झोपड़ी में कैद थी स्वास्थ्य सेवाएं -गोरौल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की चाह ने बदली राह -निजी अस्पतालों को दे रही टक्कर वैशाली/ 22 फरवरी ठीक अपने नाम सोंन्धो की तरह पूरे जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की सोंधी खुशबू फैला रही है, सोंधो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर। कभी यह जगह गांव वालों के लिए मवेशी चराने के काम आती थी. बच्चे भी यहाँ आने से कतराते थे. पर आज यह उस स्थिति में है जिसके सामने शहर के कुछ प्राईवेट अस्पताल भी कमतर हैं. करीब पांच हजार स्कावयर फुट में बने इस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण 2018 में हुआ था। वहीं इसका कुल भूखंड करीब डेढ़ एकड़ में फैला है। जिसमें चिकित्सकों के लिए अत्याधुनिक शैली में क्वार्टर भी बने हैं। इस केंद्र की भव्यता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूरे जिले ने मौजूदा 19 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में से इसे सबसे आधुनिक साज सज्जा से युक्त माना है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के बारे में बरेबा, सोन्धो के सुकुल पासवान कहते हैं यह अपना ही गांव देखकर यकीन आते हैं. पहले यहां न ही भवन था और न ही संसाधन। मामूली बीमारी के लिए भी 10 किलोमीटर दूर प्राइवेट अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता था। अब तो हमें सारी सुविधाएं इसी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उपलब्ध हो जाती है। आसान नहीं था सफर गोरौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एसके गुप्ता कहते हैं, जब इसे हमें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील करना था। तो मेरे सामने सबसे बड़ी चुनौती थी वहां से अतिक्रमण को हटाना और यह सुनिश्चित करना कि हम यहां के निवासियों को सबसे बेहतर स्वाथ्य सुविधाएं दें। सारी व्यवस्था को पारदर्शी रख मैंने प्रतिदिन काम में प्रगति का हिसाब लिया। तब कहीं जाकर यह मॉडल केंद्र के निर्माण की राह आसान हो पाई. ओपीडी में प्रतिदिन आते हैं 150 मरीज गोरौल प्राथमिक स्वास्थ्य की बीएचएम रेणु कुमारी कहती हैं कि पहले जब यह स्वास्थ्य उपकेंद्र था तो मुष्किल से 20 से 25 मरीज ही यहां ईलाज को आ पाते थे। वहीं जब से यहां इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं उपलब्ध हुई हैं। प्रतिदिन करीब 150 के मरीज ओपीडी में आते हैं। जिनके लिए अलग से पंजीकरण काउंटर भी है। अभी यहां मौजूद चिकित्सकों में एक आयुष, एक एलोपैथ और एक दंत चिकित्सक मौजूद हैं। हर तरह की जरुरी जांच है उपलब्ध इस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में अलग से लैब टेकनिसियन और साफ और स्वच्छ कमरा मौजूद हैं। जहां मरीजों को उच्च-रक्तचाप, मधुमेह, प्रेगनेंसी टेस्ट, मलेरिया, एचआईवी, कालाजार जैसे गैर-संचारी रोग के जांच की व्यवस्था है। वहीं यहां पर चार तरह के सीबीसी की जांच की भी व्यवस्था है। जो बिल्कुल ही मुफ्त है। यहां पर अलग से टीवी के बलगम की जांच की भी सुविधा है। जिसे जांच के लिए पीएचसी भेजा जाता हैै। इस केंद्र में कैंसर रोग के स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था है। जिसे अनुभवी चिकित्सकों द्वारा किया जाता है। 50 तरह की उपयोगी दवाएं हैं मौजूद: इस केंद्र में 50 तरह की दवाएं मौजूद हैं। जिसमें 35 जरुरी दवाओं की श्रेणी में आते हैं। जिनका प्रबंधन बिल्कुल ही साफ और हवादार कमरे में किया गया है। सभी दवाओं को जमीन और दीवार के संपर्क से दूर रखने की कोशिश की गयी है ताकि इन पर नमी और तापमान का असर न हो। वहीं कंम्प्यूटर में डेटा रखने से एक्सपायर दवाओं को तुरंत ही स्टॉक से हटा लिया जाता है। परिवार नियोजन और प्रसव पूर्व जाँच की व्यवस्था केंद्र में प्रवेश करते ही बांयी तरफ परिवार नियोजन के लिए अलग कार्नर है। जिसमें अंतरा, छाया, कॉपर टी के बारे में हेल्थ वर्कर बताती हैं। उसी जगह कंडोम के बॉक्स उपलब्ध कराया गया है। यह सभी सुविधाएं भी निःषुल्क है। वहीं इस केंद्र पर गर्भस्थ महिलाओं के प्रसव पूर्व देखभाल की भी व्यवस्था है। यहां पर लेबर रुम और स्ट्रेलाइजेषन रुम की बेहतरीन व्यवस्था है। बस इंतजार है उस निर्णय का जब यहां प्रसव की व्यवस्था उपलब्ध होगी।