मशरक शहर में स्थित डाकघर की हालत बद से बदतर हो गई हैं। कोई भी काम के लिए उपभोक्ताओं को जाने पर वहां पदस्थापित कर्मचारी हमेशा बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करते हैं जिससे डाकघर के उपभोक्ता परेशान है। डाकघर में आये दिन लिंक फेल रहता है जिससे डाकघर में आये ग्राहक बिना काम कराये जाने को मजबूर हो जाते हैं। लिंक के अभाव में जमा निकासी के लिए दो चार दिन दोड़ने पर ही बहुत जुगाड़ लगाने पर होता है लोग डाकघर में अपने ही जमा रूपये को निकालने के लिए चपल घिसना पड़ता हैं। वही वहां मौजूद कर्मचारी कहते हैं कि प्रतिदिन आने जाने से बढिया है किसी दलाल को पकड़िये आपका काम हो जायेगा। सरकार के इस डिजीटल युग में रिवीन्यू स्टाम्प, पोस्टल स्टाम्प, पोस्ट आडर पिछले कितने वर्षो से डाकघर में आया ही नहीं। वही डाकघर में ग्राहकों द्वारा फिक्स किये रूपये को लेने के लिए एक एक माह दौड़ने के बाद मिलता है। जमा उपभोक्ता किसान विकास पत्र को तय समय पर पूरा पैसा लेने आने पर उन्हे एक पर्ची थमाकर एक माह बाद बुलाया जाता है। वही डाकघर के गेट पर लगे एटीएम का उद्घाटन बड़े तामझाम से किया गया तो ग्राहकों को लगा कि पैसा की निकासी करने मे सहूलियत होगी पर जब से एटीएम का उद्घाटन हुआ तब से बराबर शटर बंद ही रहता है। जिससे उपभोक्ता को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।