गुर्वेजी की डायरी का हुआ असर । ..... छोड़ें पैर से काले धागे । मोबाइल वाणी पर प्रति सप्ताह प्रसारित गुर्वेजी की डायरी में इस सप्ताह पैर में क्यों बांधते हैं काला धागा ....जानिए इसके पीछे की वजह, कार्यक्रम प्रसारित हुआ । डायरी प्रकाशन के बाद जब मैंने अपनी कुछ सहेलियों से पुछा पैर का काला धागा कहां गया तब मेरी सहेलियों ने मुझे बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के एक दिवसीय कार्यक्रम में गुर्वेजी ने बौद्धिक सत्र के दौरान इस विषय पर हमसे बात की थी ।और वही बात पुनः एक बार मोबाइल वाणी पर गुर्वेजी की डायरी के माध्यम से सुनने को मिलीं तो हमनें अपने पैर में बांधें काले धागे छोड़ दिया । ..अब हम कभी पैर में काला धागा नहीं बांधेंगे, अपनी सहेलियों को भी जागरूक करेंगे।