सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में एक बड़ा ऐलान किया है। सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्रों के विभिन्न बैंकों के विलय से नौकरियां जाने की आशंका को खारिज किया है। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि इससे किसी की नौकरी नहीं जाएगी बल्कि कर्मचारियों के हितों की रक्षा होगी और ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में कहा कि विभिन्न बैंकों के विलय से वे मजबूत और प्रतिस्पर्धी होंगे। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं खत्म हो।बैंकों के विलय से कर्मचारियों को अधिकतम लाभ होगा और विलय में उनके हितों को ध्यान में रखा गया है। ठाकुर ने कहा कि विलय प्रक्रिया के दौरान सरकार ने पर्याप्त सावधानी बरती है। इसका लक्ष्य मजबूत बैंक तैयार करना है जो अधिक सामर्थ्यवान और लाभकारी होंगे। इस कदम के तहत यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का विलय पंजाब नेशनल बैंक में किया जाएगा जबकि इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक के साथ विलय होगा। सरकार ने यह साफ़ कर दिया हैं की बैंको के विलय से किसी की भी नौकरी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन देखना यह है की क्या बैंक कर्मचारी सरकार के इस फैसले से सन्तुष्ट होंगे या अपना विरोध जारी रखेंगे। आपको क्या लगता है बैंको के विलय के बाद ग्राहकों को क्या बेहतर सुविधायें दी जायेगी ..? आप अपने विचार और अनुभव हमारे साथ साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर।अगर यह खबर अच्छी लगी तो लाईक का बटन जरूर दबायें।