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बिहार, जिला जमुई प्रखण्ड सिंकदरा, से विजय कुमार सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि राज्य के ढ़ाई करोड़ बच्चो को किताबो की जरुरत है।ये बच्चे सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत है परन्तु 2017-18 का शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ होने के बाद भी छात्रों को अबतक किताब नसीब नहीं हो पायी है।शिक्षा विभाग के अनुसार गर्मियों की छुट्टियाँ समाप्त होने से पूर्व छात्रों को किताबे मुहैया करा दी जाये।किन्तु इसकी संभावना बहुत कम है। राज्य के प्रारम्भिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या प्रत्येक वर्ष ढ़ाई करोड़ है।बच्चो को सरकार की तरफ से निःशुल्क किताबे दी जाती है।पिछले वर्ष तक छात्रों को थोड़ा विलम्ब से ही सही समय पर किताबे मिल रही है। परन्तु इस वर्ष सत्र प्रारम्भ होने के बाद भी किताबो की व्यवस्था नहीं हो पायी है।इसका सबसे कारण है किताबो की छपाई के लिए समय पर और सही मात्रा में कागजों की आपूर्ति सरकार के द्वारा नहीं किया जाना।
बिहार, जिला जमुई प्रखण्ड सिंकदरा, से विजय कुमार सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि राज्य के विभिन्न स्थानों से नकली दवाओं का जखीरा पकड़े जाने के संकेत मिल रहे है। राज्य में लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है।पटना में ही कुछ महीनो में करोड़ो के मूल्य की एक्सपायरी और नकली दवाएं पकड़ी जा चुकी है।हर बार नकली दवाओं के साथ इनके सौदागर भी पकड़े जाते है किन्तु कमजोर कानून और लचर पैरवी के चलते ये अपराधी कुछ दिन में ही जमानत पाकर जेल से बाहर आ जाते है और फिर से उसी काले धंधे में लिप्त हो जाते है।बिहार राज्य के पुलिस के पास कानून व्यवस्था संबंधित इतनी अधिक व्यवस्था रहती कि फिर भी वो नकली दवाओं के कारोबार से निपटने को प्राथमिकता नहीं दे पाती है।सरकार को इसके लिए पुलिस विभाग में अलग से टीम गठित की जाये, जो सिर्फ उसी काम पर ध्यान केंद्रित रखे।और इस कारोबार से जुड़े व्यक्तियों को कठोर सजा दिलवाए।नकली दवा के कारोबार को जघन्य अपराध मानकर इसके लिए अलग कानून बनाया जाये। शराबबंदी कानून की तरह कठोर सजा का प्रावधान हो।
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बिहार जिला जमुई,प्रखण्ड सिकंदरा से विजय कुमार सिंह जी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि सिकंदरा प्रखंड मुख्यालय में आज से डेढ़ वर्ष पूर्व गाँव के विभिन्न के निशक्त कुष्ठ रोगियों के लिए शिविर लगाकर उनकी हुई थी एवं सरकार द्वारा दिए जाने वाले 15 सौ रुपये प्रति माह पेंसन के लिए सारी खानापूर्ति की गयी थी।किन्तु आजतक उन लाभुकों के बीच एक माह का भी पेंसन नहीं बाँटा गया है जिस कारण लाभुकों के बीच असंतोष देखा जा रहा है।लाभुकों का कहना है की सरकार गरीब विरोधी है और निशक्त कुष्ठ रोगियों के लिए उनके दिल में किसी तरह का कोई दर्द नहीं है।यही कारण है की इन्हे आजतक लाभ से वंचित रखा गया है।चुनाव के असर पर भी इस तरह के पेंसन को वितरित नहीं किया जाना सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया है।साथ ही संबंधित अधिकारी भी अपनी लापरवाही दर्ज कराने में कोई असर नहीं छोड़ते है।
बिहार जिला जमुई,प्रखण्ड सिकंदरा से विजय कुमार सिंह जी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकार के निर्देश के बाद भी विभागीय लापरवाही के कारण सिकंदरा प्रखण्ड के अधिकांश विद्यालयों में पोषाहार एवं छात्रवृति की राशि बच्चो के बीच नहीं बँट पायी है।जिस कारण छात्र-छात्रों में उदासी छायी हुई है।विद्यालय प्रधान से पता चला की जिला मुख्यालय से राशि आवंटन में हो रही विलम्ब के कारण विद्यालय में राशि नहीं बँट पा रही है।जैसे ही राशि आवंटित होगी विद्यार्थियों के बिच राशि का वितरण कर दिया जायेगा।
बिहार राज्य के जमुई जिले से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दी है कि आमजनता की समस्याओं पर ध्यान दे सरकार।केंद्र और राज्य सरकार आज एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में विभिन्न योजनायें चला रहीं हैं ,लेकिन इसका लाभ सही तरीके से लोगो को नहीं मिल पा रहा है,और इसका कारण है लोगो में एकता नहीं होना,समाज में एक दल के लोग दूसरे दल को नीचा दिखाना चाहते हैं।वहीँ दूसरी और शिक्षा का विस्तार कढ़ाई में घी का काम कर रही है।वैसे सरकार द्वारा सभी को शिक्षित करने के लिए स्कूल और कॉलेजों में कई तरह की योजनाए चलाई जा रहीं हैं।स्कूल में पढ़ाई करने वाले बच्चों को दोपहर का भोजन दिया जाता है साथ ही किताबें और स्कूल का पोशाक भी दिया जाता है और सइकिल का भी वितरण किया जाता है।यहाँ तक की बुजुर्गों को शिक्षित करने के लिए भी सरकार द्वारा योजना चलाई जा रहीं है।वहीँ दूसरी ओर शहर के आस-पास उच्च विद्यालयों में सीट कम होने से छात्र और अभिभावक परेशान नजर आते हैं,सरकार को इन संस्थानों में सीट बढ़ाने की ओर भी ध्यान देना चाहिए।