बिहार राज्य के जमुई ज़िला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि प्राकृतिक संसाधन सीमित मात्रा में हैं परन्तु लोग इसका अंधाधुंद दोहन कर रहे हैं।महात्मा गाँधी का एक कथन हैं कि प्रकृति में सीमित संपदा हैं जिससे सभी की आवश्यकता पूरी की जा सकती हैं।इसलिए हमें सभी संसाधनों की बचत करनी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को संसाधनों की कमी न खले।

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि जीवन में दोस्त की भूमिका कुछ अलग ही होती हैं। दोस्ती का रिश्ता अनमोल हैं। दोस्त हर एक परिस्थिति में साथ निभाते हैं। हर तरह की बातें साझा करने में दोस्त की उपस्थिति की जरुरत पड़ती हैं। जीवन का अकेलापन दोस्त ही दूर करता हैं। जीवन में दोस्ती का महत्व को समझते हुए इस अनमोल रिश्ते को बरकरार रखे।

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि अपनी जरूरतों को पूरा करने एवं विकास के साथ दौड़ लगाते हुए इंसान इतना प्रदूषण फैला चुके हैं कि खुली हवा में सांस लेना दूभर हो गया हैं। प्रदूषण के कारण ग्लोबलवार्मिंग का ख़तरा भी बढ़ गया हैं। इन सब के बावज़ूद लोग अंधाधुंद पेड़ों की कटाई कर रहे हैं बिना इसकी परिणाम जाने।

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से माँ की ममता विषय में बता रही हैं कि माँ एक ऐसा स्वरुप हैं जो हर मुश्किल घड़ी को आसान बनाना सीखा देती हैं।हमारी हर गलती के लिए जितना डांटती हैं उससे कही ज़्यादा प्यार भी देती हैं। चोट हमें लगती हैं परन्तु दर्द सबसे ज़्यादा माँ को होता हैं।हमारी हर एक छोटी से बड़ी सफलता पर खुद से कही ज़्यादा माँ को खुशी मिलती हैं।

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से माँ की ममता के विषय में बता रही हैं। माँ केवल जन्म ही नहीं देती बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाती हैं। माँ हमारी पथप्रदर्शक हैं। माँ अगर डाँटती हैं तो प्यार भी उससे कही ज़्यादा देती हैं। और माँ के फटकार से ही हमारा जीवन सही दिशा में बढ़ता हैं और सही मार्ग अपनाते हैं।माँ से बढ़कर इस दुनिया में और कोई नहीं। माँ से साथ बिताया हर एक लम्हा सभी के लिए ख़ास हैं इसलिए प्रतेयकों को माँ का ख़्याल उसी तरह रखना चाहिए जिस तरह वो रखती हैं।

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि आज की पीढ़ी में फास्ट फूड का चलन हैं। लोग इसके सेवन तो करते हैं परन्तु इसके दुस्प्रभाव से अनजान हैं।फास्ट फूड सेहत को नुकसान पहुँचती हैं।इस आकर्षक और आसानी से उपलब्ध होने वाले भोजन से पेट की कई बीमारियाँ होती हैं। जिस तेज़ी से फास्ट फूड अपना पैर इस पीढ़ी में पसार रहा हैं उसी तेज़ी से रोगों को भी आमंत्रित कर रहा हैं। इसलिए सभी को होने वाली दुष्परिणामों को ध्यान में रखकर इसका सेवन बंद कर देनी चाहिए।

बिहार राज्य के जिला जमुई प्रखंड सिकंदरा से ज्योति कुमारी सिकंदरा मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि क्या आप जानते हैं कि स्मार्ट फोन की वजह से बच्चे बीमार होते जा रहे हैं ,हमें जाने-अनजाने स्मार्ट फोन की लत लगी है। ऐसा लगता है जैसे हम इसके बगैर नहीं रह पाएंगे,इसलिए हमें बच्चों को स्मार्ट फोन से दूर रखना चाहिए क्योंकि इसका बच्चों पर बुरा प्रभाव हो सकता है। स्मार्ट फोन बच्चों के मेमोरी पावर को कमजोर कर रहा है। दुनिया में कई वैज्ञानिकों ने भी इसको लेकर चेतावनी दी है कि स्मार्ट फोन से बच्चों के लिए खतरनाक है।

बिहार राज्य के जिला जमुई प्रखंड सिकंदरा से ज्योति कुमारी सिकंदरा मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जब बेटियां पैदा होती है तो माता पिता कहते है घर में लक्ष्मी आई और लोग ख़ुशी मानते हैं लेकिन जब वो शादी के लायक हो जाती है तो पल में उसे पल भर में पराया कर दिया जाता है , तो मन में यह सवाल आता है कि आखिर क्यों जिस घर में हमारा जन्म हुआ ,हम पले- बढ़े ,जिस माँ ने हमें कोख में रख कर दुनिया में लाई ,आज वो हमारे लिए पराई हो गई और जिस पिता ने हमें अपने हाथों से खिलाया ,खुद ना खा कर पहले हमारे बारे में सोचा ,आज वो हमारे लिए पराये हो गए ,आखिर क्यों ऐसा कहा जाता है..? बेटियां पराई नहीं होती है इसलिए कभी उन्हें पराए होने का अहसास नहीं करवाना चाहिए।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं, कि छात्रों का जीवन भी अजीब होता है। हर पल हर समय किसी ना किसी को परीक्षा की घडी से गुजरना पड़ता है। इस दौरान परीक्षा से पूर्व का तनाव तथा परीक्षा के बाद का तनाव वहीँ परिणाम से पहले का तनाव तथा परिणाम के बाद का तनाव को लोग हमेशा अपनाते हैं। और बिना कुछ सोचें समझे कुछ गलत कदम भी उठा लेते हैं। लोग यह नहीं सोचते की उनकी जिंदगी एक कागज के टुकड़े से काफी बड़ी है। अतः किसी को भी सफल और असफल होने से नहीं घबराना चाहिए।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं, किसी भी व्यक्ति को अपनी सोच हमेशा ऊँचा रखना चाहिए। क्योंकि ऊँची सोच रखने वाले व्यक्ति को सफलता भी उसी अनुसार प्राप्त होता है।हमारे आस पास ऐसा कोई भी महापुरुष नहीं है जिसने अपनी काबिलियत के बिना ही अपना मुकाम बनाया हो। उनकी सफलता में उनके सपनो का ख्वाब मिला रहता है। इसलिए यह जरुरी है कि सोच के साथ-साथ हम हौसलों को भी बुलंद बना कर रखें। यह एक ऐसा सूत्र है जिसके दम पर हम बड़े से बड़े लक्ष्य को पा सकते हैं। किसी भी लक्ष्य को पाने का साहस लोगों के मन में हो तो सफलता उनकी कदम छूती है