शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत किसान विरोधी तीनों काला कानून की प्रतियां जलाया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य परिषद सदस्य व जिला सचिव कमलेश कुमार मानव ने कहा कि आज 5 जून को ही 2020 में भारत सरकार ने अलोकतांत्रिक तरीके से कृषि और किसान विरोधी तीनों काले कानून का अध्यादेश लाया था। इसलिए आज शेखपुरा सहित पूरे देश में किसान संगठनों द्वारा काले कानून की प्रतियां जलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन 5 जून को 1974 में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के द्वारा संपूर्ण क्रांति का नारा दिया गया था और तत्कालीन फासीवादी सरकार को उखाड़ फेंका गया था। आज पुनः फासीवादी ताकतों के विरोध में संपूर्ण क्रांति के आंदोलन की शुरुआत की स्मृति में भारत सरकार द्वारा कोविड-19 लॉक डाउन की आड़ में अध्यादेश के रूप में लाए गए कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस भी है । देश भर के किसान इसे सकारात्मक रूप में मनाने के लिए वृक्षारोपण भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्व भर में पर्यावरण में आई विकृतियां सृष्टि के लिए सबसे भयावह यानी मौत का पैगाम लेकर आया है। पर्यावरण को ठीक करना मानव समाज का प्रथम कार्यभार बनना चाहिए। जिला में यह कार्यक्रम अखिल भारतीय किसान महासभा की अगुवाई में कमलेश कुमार मानव, कमलेश प्रसाद, राजेश कुमार राय, विजय कुमार विजय, शिवनंदन यादव, विश्वनाथ प्रसाद, सूबेलाल कुमार, राम कृपाल सिंह, राजेंद्र पासवान, महेश पासवान, तेतरी देवी, नरेश मांझी प्रभु यादव आदि दर्जनों नेता व कार्यकर्ताओं द्वारा अपने अपने गांव–घरों में किया गया।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।