बिहार राज्य के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं, कि आज हम जिस परिवेश में साँस ले रहें हैं उससे लगता है की आने वाला समय काफी भयानक होगा। प्रकृति से छेड़छाड़ का नतीजा है कि बे मौसम बरसात,आंधी,तूफान और तबाही जैसी हर तरफ देखने को मिल रहा है। इसके जिम्मेदार हम सभी है। पेड़ पौधे की कमी के कारण हरियाली हम सभी से दूर जा रही है। और वातावरण प्रदूषित होता जा रहा है। यही नहीं पशु पंक्षियों पर भी इसका दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है। गौरैया कौवा जैसी घरेलु पंक्षी अब कम होते जा रही है। स्वछ वातावरण नहीं मिलने के कारण अनेकों बीमारियां अपना पेर पसार रही है। अतः इसे हम सभी को मिल कर रोकना होगा। तभी हम अपनी धरती को बचा सकेंगे और खुद की रक्षा कर सकेंगे।