बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है कि सिकंदरा प्रखंड के अधिकांश गाँवो में एपीएल के अंतर्गत आने वाले बुजुर्गो को सरकार की तरफ से मिलने वाली वृद्धा पेंसन से वंचित होना पड़ रहा है।सरकार ने वृद्धा पेंशन के लिए बीपीएल को निर्धारित किया है किन्तु सरकार के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण जिन्हे बीपीएल में होना चाहिए, उसे एपीएल में कर दिया गया है। इसलिए बुजुर्गों को पेंशन से वंचित होना पड़ रहा है।सरकार को इस बात की जानकारी होनी चाहिए की वृद्ध लोगो का एपीएल और बीपीएल से कोई ताल्लुक नहीं है।अधिकांश वृद्ध लोग अपने परिवार वालों से उपेक्षित रहते है। इसलिए उन्हें अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए परिवार वालों पर निर्भर रहना पड़ता है।किन्तु परिवार की मासिक खर्च अत्यधिक होने के कारण परिवार के सदस्य बुजुर्गों की मानसिकता पर ध्यान नहीं दे पाते है।जिस कारण ये बुजुर्ग अपने आप को उपेक्षित महसूस करते है।इसलिए सरकार को चाहिए जिनकी उम्र 60 वर्ष है या उससे ज्यादा है उन्हें वृद्धा पेंशन देना चाहिए।