जिला जमुई ,प्रखण्ड सोनो से विकास कुमार जी मोबाईल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नितीश कुमार जी बाल विवाह एवं दहेज़ प्रथा के खिलाफ अभियान चलाया है। लेकिन इसके साथ-साथ बाल श्रम पर भी इन्हे ध्यान देना चाहिए।क्यूंकि आजकल के लड़के बच्चे किसी होटल या किसी भी जगह पैसे के लालच में काम करते है।और जिसके कारण इन्हे शिक्षा के महत्व के बारे पता नहीं चल पता है। बाल श्रम पर ज्यादा ध्यान दिया जायेगा तभी बाल विवाह पर रोक लग सकता है।साथ-ही-साथ दहेज़ प्रथा पर भी रोक लग सकता है।क्योंकि लडके पढ़े-लिखे होंगे तभी उनकी सोच आगे बढ़ेगी और वो भी आगे बढ़ेंगे।और शादी करने के समय उनकी उम्र 21-22 वर्ष पूरा हो जायेगा।अगर अगर वे पढ़े-लिखे होंगे तो समझदार भी हो जाएंगे और उन्हें लड़की भी पढ़ी-लिखी मिलेगी।साथ ही शिक्षित होने की वजह से उन्हें ये समझ आएगा की दहेज़ लेना कानूनन अपराध है।और इसी सोच की वजह से वो अपने जीवन में आगे बढ़ सकता है।