बिहार के जिला जमुई,प्रखण्ड सिकंदरा से विजय कुमार सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि बिहार सरकार की उदासीन रवैये और गलत नीतियों के कारण प्रदेश की माध्यमिक स्कूलों की छात्र एवं छात्राओं का सिलेबस आज तक पूरा नहीं हो पाया है। जबकि मैट्रिक की परीक्षा 2018 निकट आ रही है।सरकार,मंत्री और बोर्ड प्रशासन कदाचार मुक्त परीक्षा की तैयारी तो कर लेते है। किन्तु सरकार का कोई भी उपकरण विद्यार्थियों की परेशानी को समझने वाला नहीं है।बिहार के छात्र-छात्राओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।लेकिन सरकार की गलत नीतियों के कारण यहाँ के छात्र-छात्राओं के भविष्य को अंधकार में डाल दिया गया है।सरकार शिक्षा के नाम पर केवल डिंग हांकने का काम करती है।किन्तु धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है।खासकर वित्तरहित माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के द्वारा विद्यालय का संचालन नहीं के बराबर ही होता है।इस तरह बिहार के स्कूल में केवल डिग्री बांटने का काम वर्षो से किया जा रहा है और जिसे सरकार अनजरअंदाज किये हुए है।