बिहार के जिला जमुई सिकंदरा से ज्योति कुमारी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि आज प्लास्टिक हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है। किराने की दुकान से लेकर सब्ज़ी मंडी तक बड़ी संख्या में प्लास्टिक के थैले का प्रयोग होता है।घर आ कर प्लास्टिक से वस्तुएं निकाल कर उसे कूड़े -दान में फेंका जाता है। यदि प्लास्टिक की थैली के बजाय जुट की थैली का प्रयोग किया जाये हैं तो शायद प्लास्टिक का प्रयोग कम हो सकेगा।प्लास्टिक पर्यावरण का सबसे बड़ा दुश्मन है।प्लास्टिक को जलने पर हानिकारक गैस पैदा करती है।