जिला जमुई के प्रखण्ड सिंकदरा से विजय कुमार सिंह मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि सिकंदरा प्रखंड के प्राथमिक मध्य विद्यालय में आज भी मेनू के अनुसार दोपहर का भोजन उसमे पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को नहीं मिल रहा है।सरकार का इस योजना को बनाने का उद्देश्य था की बच्चे भोजन करने के लिए घर चले जाते थे जिससे बहुत से बच्चे टिफिन के बाद विद्यालय नहीं पहुँचते थे,इसी को देखते हुए मिड डे मिल की व्यवस्था हुई.इस बैंक का पैसा बिहार के छात्राओं को पोषण के रूप में भोजन के रूप में बदल-बदलकर देने की व्यवस्था की गई है किन्तु विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष,सचिव और विद्यालय प्रधान इन तीनो ने कमाई का श्रोत बना लिया है।विद्यालय में बनाये गए भोजन को अच्छे घर के बच्चे उस तरह के भोजन को नहीं खाना चाहते है.इस ओर प्रखंड से लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी भी इस तरह के कार्यो पर ध्यान नहीं दे पाते है जिसकारण इस तरह के कार्यो पर बढ़ावा मिलते रहता है और मनमानी तरीके से मिड डे मिल का संचालन होता है।