बिहार के जिला जमुई,प्रखण्ड सिकंदरा से विजय कुमार सिंह जी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि सिकंदरा प्रखण्ड में सक्रिय झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या सौ से अधिक होगी।वास्तविक तौर पर देखा जाये तो ये लोग ही यहाँ के फिजिशियन और सर्जन है।कुछ गाँवो में ऐसे विश्वास जताते लोग भी हैं , जिन्होंने कहा की जिस बीमारी का इलाज पटना में नहीं हो सकता उसे किसी झोलाछाप डॉक्टर ने ठीक कर दिया।मज़बूरी में यह गढ़ी हुई कहानी हो सकती है।लेकिन ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य कमान झोलाछाप डॉक्टरों के जिम्मे है और लोग प्राथमिक चिकित्सा के लिए सबसे पहले झोलाछाप डॉक्टर को ही बुलाते है।