खजौली मधुबनी से रामाशीष सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि बिहार में गुणवत्त्ता पूर्ण सड़के बनती ही नही थी ,वर्ष 2005 में नितीश जी द्वारा बिहार का बागडोर सँभालने के बाद सड़को की निर्माण में वृद्धि अवश्य हुई,लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है, सड़क निर्माण में अच्छे सामग्रियों का उपयोग नही होता है,ऐसी स्थिति में सड़के जैसी की तैसी रह जाती है,इससे गुणवत्ता पूर्ण सड़के नही बन पाती है और अगर बनती भी तो आज निचे से उपर तक कॉमिशन खोरी बंद हो जाती।राज्य में इस तरह के सड़को का निर्माण होना एक नीति बन गयी है।