मोबाइल वाणी और माय कहानी का एक ख़ास पेशकस आपके लिए कार्यक्रम भावनाओं का भवर जहाँ हम सुनेंगे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ जानकारियां ,तो चलिए आज की कड़ी में सुनते हैं कि अगर घर में शराब या किसी तरह के नशे की वजह से लड़ाई झगड़े होते हैं तो आप क्या कर सकते हैं? साथ ही बताएं कि क्या आपके जीवन में कभी ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है ? आपके हिसाब से इस तरह की परिस्थिति में अपने आपको तनाव मुक्त रखने के लिए क्या करना चाहिए ? और घर में नशे के कारन झगड़ों से बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ता है और उन्हें इस तरह की परिस्थिति से दूर रखने के लिए माता-पिता को क्या करना चाहिए ?साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.youtube.com/@mykahaani

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू आलू की खेती के लिए खाद और सिचाई से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा मसूर फसल की बुवाई से सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

मध्यप्रदेश राज्य के जिला शिवपुरी से श्यामलाल लोधी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि खनीदाना तहसील के ग्राम पंचायत रेडी हिम्मतपुर की निवासी रश्मिबाई लोधी की बेटी रिया लोधी को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ नहीं मिला रहा है

“प्रकृति के महत्व को अब जाने ये संसार छठ पूजा के पावन पर्व पर हो सभी का उद्धार…” “जग के कोने-कोने में ज्ञान का प्रकाश हो इस छठ पूजा हर कहीं सुख-शांति का निवास हो…” साथियों.... चार दिनों तक चलने वाली छठ महापर्व हिंदू समुदाय का एक मुख्य त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में मनाया जाता है। छठ पूजा का पर्व सूर्य देव को धन्यवाद देने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। साथियों आप सभी श्रोतागणों को मोबाइल वाणी परिवार की और से छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं.....

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू आलू की खेती के लिए किस्म का चयन और लगाने की विधि के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

मोबाइल वाणी और माय कहानी का एक ख़ास पेशकस आपके लिए कार्यक्रम भावनाओं का भवर जहाँ हम सुनेंगे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ जानकारियां तो चलिए आज सुनते हैं कि माता-पिता के झगड़े से उपजे तनाव से हम अपने आपको सुरक्षित रख सकते हैं? साथ ही बताएं कि क्या आपने कभी ऐसा कुछ महसूस किया है या ऐसे किसी व्यक्ति को जानते हैं जिन्होंने ऐसी स्थिति का सामना किया है? ऐसी परिस्थिति में आपको क्या लगता है कि आपके सबसे नजदीकी रिश्ते को बनाए रखने में और किस तरह की मदद उपयोगी हो सकती है? साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.youtube.com/@mykahaani

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा फूलगोभी की रोपाई से सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो यंत्र इंडिया लिमिटेड द्वारा निकाली गई अप्रेंटिस के पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। यंत्र इंडिया लिमिटेड में अप्रेंटिस के कुल 4,039 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी. इसमें नॉन-आईटीआई कैटेगरी की 1,463 वैकेंसी हैं, जबकि आईटीआई के लिए 2,576 पद रिक्त हैं. इन पदों पर काम करने के लिए वैसे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 10वीं पास और आईटीआई किया हो . इस वैकेंसी के लिए आईटीआई और नॉन-आईटीआई दोनो कैंडिडेट्स आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 14 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष रखी गयी है,आयु में छूट मानदंडों के अनुसार दिया जाएगा। आवेदन शुल्क ऑनलाइन माध्यम से ओबीसी और सामान्य उम्मीदवारों के लिए 200 /- रुपए और एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए: 100 /-रुपए रखा गया है। इन पदों पर स्टाइपेंड नॉन आईटीआई के लिए 6,000 रुपये और आईटीआई पास के लिए 7,000 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है apprenticeshipindia.gov.in .इन पदों के लिए नॉन-आईटीआई कैटेगरी में चयन 10वीं के आधार पर होगा. वहीं, आईटीआई कैटेगरी में चयन 10वीं और आईटीआई के एवरेज नंबर देखें जाएंगे।याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 21 नवंबर 2024 है।

साथियों , अनेकता में एकता का प्रतीक हमारे देश भारत ने खुद में कई विविधताओं को अपने अंदर समेटा हुआ है और पुरे साल पर्व - त्योहारों से यहां का वातावरण ऊर्जावान बना रहता है। एक पर्व जाता है और दूसरा पहले से ही दस्तक देने के लिए तैयार रहता है।इसी कड़ी में आज हम मना रहे हैं - दीपों का पर्व, दीपावली। साथियों इसी दिन भगवान श्री राम 14 साल के बाद ,अपने वनवास को पूरा कर के जब अयोध्या वापस लौटे थे,तब उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने पुरे अयोध्या को दीप जलाकर रौशन किया था और खुशियां मनाई थी। तब से लेकर हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की प्रदोषव्यापिनी अमावस्या तिथि को ये पर्व मनाया जाता है। इस दिन पुरे घर की सफाई की जाती है और माता लक्ष्मी एवं गणेश जी की पूजा की जाती है. लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार रंग बिरंगे बत्तियों ,तोरण ,फूलों ,रंगोली, इत्यादि से अपने घरों को सजाते हैं और इस अवसर पर तरह - तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। साथ ही दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर खुशियां मनाई जाती है और मिठाइयां बाटी जाती है। तो दोस्तों ,आइए आज दीपावली के दिन आशावादी दीपक जला कर पूरे विश्व के लिए सुख,शांति,समृद्धि,और प्रेम की कामना करें।