मध्यप्रदेश राज्य के मुरैना जिला से कालीचरण मोबाइल वाणी के माध्यम से खबर का असर बताते हुए कहते हैं कि धीरेन्द्र सिंह चौहान जो दृष्टिबाधित व्यक्ति है। मोबाइल वाणी के द्वारा उनकी पत्नी के खाते में एक हजार रूपये की सहायता राशि दी गई है,जो उन्हें प्राप्त हो चुकी है। इसके लिए वह मोबाइल वाणी की टीम तथा प्रबंधक अशोक शर्मा को धन्यवाद दे रहे है।

एक तो हम धरती को बेपानी करते जा रहे हैं। दूसरे जो कुछ पानी धरती के जल स्नोतों और भूगर्भ में शेष बचा है, उन्हें प्रदूषित, शोषित करने में कोई कोई-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हम जो पानी शहरों में पी रहे हैं, वह किसी धीमे जहर से कम नहीं है।दिल्ली का पानी तो सभी दस मानकों पर विफल साबित रहा। जैसा बोएंगे वैसा ही काटेंगे।ताली दोनों हाथों के मिलने पर ही बजेगी। तभी संभव होगी एक बूंद जिंदगी की।पिछले कई वर्षों से अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया सूखे की चपेट में है। इससे निजात पाने के लिए स्थानीय निकाय ने टॉयलेट टू टैप नाम से वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट की एक परियोजना शुरू की। परियोजना के तहत लोगों के घरों से निकलने वाले दूषित जल का सौ फीसद शोधन होता है। तीन प्रक्रियाओं के जरिए दूषित जल को पीने लायक पानी में बदला जाता है।दक्षिण भारतीय राज्य केरल में एक नदी है कोटम्परूर। एक दशक पहले जो नदी 12 किमी लंबी और सौ मीटर चौड़ी हुआ करती थी वह प्रदूषण और रेत खनन माफिया के चलते अब खत्म होने की कगार पर थी। नदी को सुधारने के लिए ग्राम पंचायत ने पहल की और यह नदी अपने पुराने स्वरूप में लौट आई। टॉयलेट फ्लश करने में पानी की सबसे अधिक बर्बादी होती है।इसे रोकने के लिए जापान ने एक नवोन्मेषी तरीका अपनाया। वहां की एक कंपनी ने शौचालय के फ्लश टैंक के ऊपर ही हाथ धोने के लिए वॉश बेसिन लगवा दिए। इससे हाथ धोने के बाद ये पानी फ्लश टैंक में चला जाता है और टॉयलेट फ्लश करने के लिए इस्तेमाल होता।कंबोडिया की राजधानी नॉम पेन्ह एक ऐसा शहर है जो तकनीक और विशेषज्ञता के मामले में भारत के दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों से काफी पीछे है। वर्ष 1993 तक नॉम पेन्ह की जल आपूर्ति भारत के किसी भी बड़े शहर की तुलना में बदतर थी। कुशल प्रबंधन और मजबूत राजनीतिक सहयोग के दम पर 2003 तक इस शहर ने लोगों को 24 घंटे ऐसे पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की। ऐसे में भारत के राजनेताओं और विशेषज्ञों को खुद से एक सवाल पूछना चाहिए कि यदि नॉम पेन्ह जैसा छोटा शहर इस समस्या का समाधान निकाल सकता है तो दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे शहर 24 घंटे स्वच्छ जल आपूर्ति क्यों नहीं उपलब्ध करा सकते? हमारे देश में ही आखिर इस समस्या का हल क्यों नहीं निकल पा रहा आपके पास इस समस्या से उबरने का कोई सुझाव है तो हमारे साथ जरूर साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर।अगर यह खबर अच्छी लगी तो लाईक का बटन जरूर दबायें।

भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्‍ट्र में सरकार बनाने से इंकार किया। शिवसेना पर जनादेश के साथ विश्‍वासघात का आरोप लगाया। झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा ने उम्‍मीदवारों की पहली सूची जारी की। धर्म गुरुओं ने राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बैठक की। अयोध्‍या फैसले के बाद शांति और व्‍यवस्‍था कायम रखने में पूरा समर्थन देने का भरोसा दिलाया। अमरीका की एक अदालत ने पति या पत्‍नी को वर्क परमिट देने वाला एच-वन बी वीज़ा नियम बरकरार रखा। भारतीय निशानेबाज़ों ने 2020 तोक्‍यो ओ‍लंपिक्‍स के लिए रिकॉर्ड 15 कोटा स्‍थान हासिल किए।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस सोमवार को आसियान सम्मेलन में शामिल होने बैंकॉक पहुंचे। उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए जलवायु परिवर्तन को जीवन की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए समुद्र के बढ़ते जलस्तर पर गहरी चिंता जताई है। गुतारेस ने कहा कि यदि इस समस्या से निपटने के लिए जल्द ही कोई कदम नही उठाए गये तो यह एक बहुत बड़ी समस्या बनकर सामने आने वाली है। गुतारेस ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर लगाम लगाने के उचित प्रयास नहीं किये गए तो 2050 तक दुनियाभर में 30 करोड़ लोग समुद्र में बह जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत, बांग्लादेश, चीन और जापान पर समुद्र का जलस्तर बढ़ने का सबसे अधिक जोखिम है। गुतारेस ने बताया कि पिछले 2-3 सालों से बढ़ते प्रदूषण और ग्‍लोबल वार्मिंग के कारण पूरी दुनिया को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।धरती को प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याओँ से बचाने के लिए विश्व के कई देश एक साथ आगे आये हैं। अगर इस प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग पर अभी से हम लोग जागरुक नहीं हुए तो आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध हवा और साफ पानी के लिए भी तरसना पड़ सकता है। जलवायु परिवर्तन और इससे संबन्धित प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या दिनों-दिन बढ़ रही है लेकिन हमलोग अब भी कछुए की चाल से प्रयास कर रहे हैं। जलवायु परिवर्तन से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए हमें क्या करना चाहिए.? पूरी दुनिया को जागरूक करने के बाद ही इस समस्या से निपटा जा सकता है तो लोगों को कैसे जागरूक किया जाना चाहिए.?आप अपने विचार और अनुभव हमारे साथ साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर।अगर यह खबर अच्छी लगी तो लाईक का बटन जरूर दबायें।

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- जम्‍मू कश्‍मीर यात्रा पर आए यूरोपीय संघ के सांसदों ने कहा-- आतंकवाद के सफाए के प्रयासों में वे भारत के साथ। - नवगठित केन्‍द्रशासित प्रदेशों--जम्‍मू कश्‍मीर और लद्दाख के उपराज्‍यपालों का शपथग्रहण समारोह कल। - मौसम विभाग ने कहा--तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा की आशंका। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह। - लेबनान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के एक सप्‍ताह बाद प्रधानमंत्री साद हरीरी ने इस्‍तीफा दिया। - भारत के खिलाफ सीरीज से पहले बांग्लादेश को बड़ा झटका, शाकिब पर लगा 2 साल का बैन

दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए इस बार जोरदार तैयारी चल रही है।15 अक्टूबर से प्रदूषण से निपटने के कड़े प्रावधान लागू हो जाएंगे। दिल्ली और पूरे एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) लागू होगा।ये पिछले दो वर्षों से दिल्ली और एनसीआर में लागू है।सवाल यह है कि फिर इस दिशा में नया क्या हो रहा है? नया ये है कि पिछले वर्षों में सिर्फ दिल्ली पर फोकस था। इस बार दिल्ली के साथ पूरे एनसीआर में प्रदूषण से निपटने वाले सख्त प्रावधान लागू होंगे।एनसीआर में भी डीजल जेनरेटर चलाने पर बैन होगा।प्रदूषण रोकने वाले कड़े प्रावधानों को लागू करना बड़ी चुनौती होगी. इसमें दिल्ली में ज्यादा मुश्किल नहीं है।दिल्ली में पावर कट कम होता है इसलिए डीजल जेनरेटर चलाने की जरूरत नहीं पड़ती।  लेकिन एनसीआर में पावर कट काफी ज्यादा होता है। ऐसे में बिना डीजल जेनरेटर चलाए कैसे काम चलेगा?इस बार प्रदूषण से निपटने के लिए स्टेप बाई स्टेप इंतजाम किए जा रहे हैं। जैसे-जैसे प्रदूषण बढ़ेगा प्रदूषण से निपटने के उपाय सख्ती से लागू किए जाएंगे।ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान इमरजेंसी वाली व्यवस्था है।इसका राज्य सरकारों द्वारा प्रदूषण से निपटने के लिए साल भर चलने वाले प्रोग्राम से कोई लेना देना नहीं है।जैसे ही हवा की क्वालिटी खराब से बेहद खराब होती है, ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के प्रावधान लागू होने शुरू हो जाते हैं।हवा की क्वालिटी अत्यधिक खराब होने की हालत में स्कूल –कॉलेज बंद करने से लेकर ऑड-ईवन लागू करने का प्रोग्राम लागू किया जाता है। इस मामले में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान कामयाब रहा है।  प्रदूषण की मात्रा देखकर एक्शन में आने की वजह से इसका सकारात्मक असर दिखा है। इस प्लान में सरकार की विभिन्न एजेंसियों के साथ पड़ोसी राज्य सरकारों की एजेंसियों के साथ तालमेल बनाया गया है। दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान की करीब 13 एजेंसियां इससे जुड़ी हैं।इसी की वजह से पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों के प्रदूषण में कमी आई है। इस प्लान की सबसे बड़ी बात है कि इसने प्रदूषण से निपटने का डेडलाइन फिक्स कर दिया।  हर एक्शन का एक डेडलाइन दिया गया।  हर एजेंसी को प्रदूषण से निपटने का डेडलाइन दिया गया है।इस बार दिल्ली में सर्दियों के बढ़ने के साथ ही प्रदूषण की समस्या शुरू हो गई है। एजेंसियों ने इससे निपटने की तैयारी पहले से कर रखी है।  प्रदूषण समस्या ना केवल दिल्ली बल्कि पुरे देश की समस्या है। तो क्या हम इस प्रदूषण को कम करने के लिए बिना किसी प्रावधान के कुछ नहीं कर सकते.? क्या हम अपनी सुविधाओं में थोड़ी कटौती कर प्रदूषण कम करने में अपना सहयोग नहीं दे सकते.? क्या केवल कानून और सरकार के प्रयासों से प्रदूषण कम हो पायेगा ..?आप अपने विचार और अनुभव हमारे साथ साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर।अगर यह खबर अच्छी लगी तो लाईक का बटन जरूर दबायें।

-प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा - नवाचार, तकनीक और मिलकर काम करने की भावना भविष्य के तीन महत्वपूर्ण स्तम्भ। -आईआईटी मद्रास के दीक्षान्त समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने युवाओं से वैश्विक समस्याओं से निपटने के लिए नये विचार प्रस्‍तुत करने की अपील की। -गृहमंत्री अमित शाह ने कहा - जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए का हटाया जाना केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के शहीदों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि। -बिहार में वर्षा और बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान जोरों पर। -स्कूली शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक में केरल प्रथम और राजस्थान द्वितीय स्थान पर। -सुमित नागल ने अर्जेन्टीना के एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट का पुरुष एकल खिताब जीता।

मध्यप्रदेश राज्य के शिवपुरी जिला से श्यामलाल लोदी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि खनियादाना के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत रेडिहिम्मतपुर के रेड्डी चौराहा पर कई दिनों से एक हैण्डपम्प खराब पड़ा हुआ था. जिसके कारण लोगों को तरह -तरह की दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा था।साथ ही रेड्डी चौराहे पर एक चबुतरा की भी स्थिति जर्जर हो गई थी। जिससे वहाँ के निवासियों एवं यात्रियों को रुकने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।इस समस्या को देखते हुए श्यामलाल लोदी के द्वारा (26-8-2019) को मोबाइल वाणी पर यह खबर प्रसारित की गई । इसके अलावा सम्बन्धित अधिकारी को भी इस समस्या से अवगत कराया गया। जिसका असर यह देखने को मिला कि सम्बंधित अधिकारीयों के द्वारा इस समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया गया।जिससे गाँव के लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं।श्यामलाल लोधी का कहना है की मोबाईल वाणी पर जो भी खबरे चलाई जाती हैं उनकी सुनवाई अवश्य होती हैं।

- प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने रांची में प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना और छोटे व्‍यापारियों के लिए पेंशन योजना का शुभारंभ किया। उन्‍होंने झारखंड में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन तथा शिलान्‍यास किया। - वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- सरकार अर्थव्‍यवस्‍था और निर्यात के लिए साहसिक कदम उठाने को तैयार। - रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- जैविक हथियार का आतंकवाद एक बड़ा खतरा, इससे निपटने के लिए सतर्क रहना होगा। - जमीयत-उलमा-ए-हिंद ने संकल्‍प पारित करते हुए कहा- सीमापार से असामाजिक ताकतें कश्‍मीर में मुश्किलें खड़ी कर रही हैं। - जम्‍मू कश्‍मीर सरकार ने किसानों से लाभदायक मूल्‍य पर 12 लाख मीट्रिक टन सेब खरीदने के लिए विशेष योजना शुरू की। - इस्राइल ने अश्‍दोद शहर में रॉकेट हमलों का बदला लेने के लिए गजा में हवाई हमले किये।