यह देश संविधान से चलता है यह एक लाइन जो हम हर दूसरे दिन किसी न किसी के मुंह से सुनते ही रहते हैं संविधान पर इतिहास था के बाद भी देश में संविधानिक मूल्य की भावनाओं का अभाव है संविधान के प्रति पैदा हुए इस अभाव के भाव के लिए वही लोग जिम्मेदार है जो हर एक बात पर रहते हैं कि यह देश संविधान से चलता है। आज हमारे साथ समाजवादी विचारक एवं वरिष्ठ पत्रकार रघुजी ठाकुर सर के साथ मोबाइलवाणी पर विशेष बातचीत कर अपनी प्रतिक्रिया मोबाइलवाणी पर साझा की।