झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला से तफज्जुल आज़ाद मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि धनबाद जिला में बीआईटी सिंदरी के कैंपस में बाइक राइडिंग पर प्रतिबंध है, यहां कोई भी छात्र बाइक नहीं चला सकता है. पूरा कैंपस 5 किलोमीटर से भी अधिक के दायरे में है. छात्रों को विशेषकर चिलचिलाती गर्मी में अधिक कठिनाइयों का समाना करना पड़ता है. अब छात्रों ने इस कठिनाई का समाधान खुद निकाल लिया है.इन छात्रों ने एक ऐसी इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई है, जो काफी कम लागत के साथ साथ इको फ्रेंडली भी है. इसके साथ ही इस साइकिल में कई फीचर्स मौजूद हैं. सबसे बड़ी बात एक बाइक प्रति किलोमीटर 2 रुपए का खर्च आता है जबकि इलेक्ट्रिक साइकिल मे महज आठ पैसे प्रति किलोमीटर का कॉस्ट आता है. बच्चे, महिला और बुजुर्ग हर कोई इलेक्ट्रिक साइकिल को आसानी से चला सकता है. ईटीवी भारत बीआइटी के उन तीन होनहार छात्रों से आपको मिलवा रहा, जिन्होंने इस इलेक्ट्रिक साइकिल का आविष्कार किया है.