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प्रखंड पोटका,जिला पूर्वीसिंहभूम के कोग्दा गाँव से मिथुन कुमार पात्र जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि ट्रैफिक पुलिस का जो नियम है वो महिला और पुरुष के लिए एक सामान है चूँकि यहाँ पर महिलएं एक स्कूटी में तीन लोग सवारी करती हैं और ट्रैफिक पुलिस उन्हें कुछ नही कहती जबकि पुरुषों पर फाइन लगाया जाता है . अत: महिला और पुरुष दोनों के लिए ट्रैफिक का एक ही नियम होना चाहए .
जिला पूर्वी सिंघभूम,प्रखंड पोटका से चक्रधर भगत जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है की महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अपराध पुरे झारखंड के लिए चिंता की बात है। क़ानूनी प्रावधान और जन-जागरूकता की कोशिश के बावजूद बलात्कार,शारीरिक शोषण हिंसक अदि की घटनाएं बढ़ रही है। इस मामले में झारखंड की स्थिति छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड की तुलना में अधिक चिंता-जनक है। यह राज्य की कानून व्य्वस्था के साथ राजनैतिक,नैतिक की लापरवाही का भी सूचक है अगर महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध को देखा जाये तो स्पष्ट है की झारखण्ड की कानून व्यवस्था लचर है और विकाश की राह में बड़ी बाधा है इसे सुधारना बहुत जरुरी है इसलिए सरकार से निवेदन है की महिलाओं की सुरक्षा व्य्वस्था पर ध्यान दे।द
जिला-जमुई,प्रखंड-सिकंदरा,बिहार से ज्योति कुमारी जी मोबाईल वाणी के माध्यम से कहती है कि वर्तमान में दुनिया के किसी भी कोने में नारी सुरक्षित नहीं है,हमारे समाज में अक्सर महिलाओं के साथ हिंसात्मक ख़बरें आते रहती है ये एक चिंता का विषय है महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार को आगे आना होगा,कड़े कानून बनाने होंगे,समाज को भी जागरूक होना होगा हमारा भारत देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है विश्व के सभी देश संयुक्त अधिवेशन बुलाकर इसके खिलाफ कार्रवाई करें विश्व में कई समाज मातृ प्रधान समाज रहा है महिलाओं को शस्कत करने में ऐसे समाज का महत्वपूर्ण भूमिका रही है सरकार कानून बनाकर महिलाओं को सम्मान एवं सुरक्षित माहौल बनाए।
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July 18, 2016, 9:50 p.m. | Tags: toilet facility discussion int-CP governance grievance | Category: General