पूर्वीसिंघभुम से सुबोध जी मोबाइल वाणी के माध्यम से घर में अनुष्ठान होने की ख़ुशी के बारे में बताये है,जिसमे इन्होने कहा है कि जब घर में कोई पूजा कराते है तो हमारे ऊपर कई काम रहता है,जैसे पंडित जी को बुलाना,पूजा का सामान खरीदना और इधर-उधर भाग दौड़ आदि करना पड़ता है, इससे मन में एक उमंग पैदा होता है और ये समय काफी आनंदित होता है।इसी तरह की ख़ुशी और अनुभव हमसे साझा करने के लिए मिस्ड कॉल दे निशुल्क पर