किसी भी सही विश्लेषण के लिये द्विपक्षीय संवाद का होना अतिआवश्यक है चाहे मसला कोई भी हो। किसी भी विकास का उदय तब होता है जब दो पक्ष आमने सामने हो। जरूरतों के हल को ही आविष्कार का हल माना जाता है।यही आधुनिकता के लिये महत्पूर्ण वजह है।