झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से पेरो कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि उन्होंने काज़ल बनाने का तरीका सीखा। पहले दीया जला कर उसे कढ़ाही से ढक दिया गया। उसके बाद कढ़ाही में जो धुआँ इकठ्ठा हुआ ,उसके बाद उसमे घी दाल कर काज़ल बनाया
झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से पेरो कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि उन्होंने काज़ल बनाने का तरीका सीखा। पहले दीया जला कर उसे कढ़ाही से ढक दिया गया। उसके बाद कढ़ाही में जो धुआँ इकठ्ठा हुआ ,उसके बाद उसमे घी दाल कर काज़ल बनाया