विद्यापतिनगर। प्रखंड के हरपुर बोचहा पंचायत के ब्रह्म स्थान खाटूश्याम मंदिर प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा के पहले दिन वृंदावन धाम से पधारे कथा वाचक आचार्य विवेक मिश्र ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भागवत कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि हम सबों को ज्ञान वैराग्य व भक्ति का अनुकरण करना चाहिए। भागवत कथा सुनने से ही पुण्य मिलता है। जीवन में धर्म कर्म करने से कल्याण है। देवताओं के द्वारा दिया हुआ जीवन है। उसका उपयोग करना चाहिए। मानव शरीर पाकर सत्कर्म करिये। सत्संग से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। खाटू श्याम मंदिर प्रांगण में आयोजित कथा होने पर उन्होंने कथा श्रवण के दौरान बरबरी से खाटू श्याम कैसे बने उसका प्रसंग श्रवण कराया। बीच बीच में भक्ति संगीतमय धुनों पर श्रद्धालु भक्ति रस में डूबे रहे। उन्होंने कहा कि जीवन में हर कोई को सत्संग करना चाहिए। कथा प्रसंग में श्रवण कराते हुए कहा तुंगभंगा नदी के किनारे आत्म देव नाम का एक ब्राह्मण और उसकी पत्नी धुंधली की कथा श्रवण कराया। इसके उपरांत भागवत भक्त गोकर्ण व उसके भाई अधर्मी धुंधकारी के प्रसंग पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत जी की कथा परमात्मा की कृपा से ही उपलब्ध होती है I भागवत भागवान की महिमा व संकीर्तन के महत्व का उल्लेख किया। मौके पर आयोजन समिति के प्रो गौतम त्रिवेदी, सरोज त्रिवेदी, सुरेश प्रसाद सिंह, नलिन विलोचन त्रिवेदी आदि श्रद्धालु उपस्थित थे।