बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड के विद्यापतिनगर से मोबाइल वाणी संवाददाता रत्न शंकर ने बताया की विद्यापतिनगर प्रखंड में मिर्ची की खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है क्योंकि कम पैदावार के चलते इस मसाला फसल के लागत मूल्य भी ऊपर होने की उम्मीद नहीं है। बाजारों में कीमत अच्छी हैं लेकिन खेतों में बारिश का पानी लग जाने की वजह से पेड़ में फूल लगे ही नहीं। प्रखंड क्षेत्र के किसान जगदीश प्रसाद चौरसिया द्वारा बृहत पैमाने पर मिर्ची की खेती करते हैं। जिन्होंने ग्यारह कट्ठा में मिर्च बोई है। उन्होंने बताया कि इस वक्त हरी मिर्च का थोक खरीदी मूल्य 22 से 23 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच चल रहा है, जबकि इस बार मिर्च की फसल नहीं होने से लगाई गई पैसा डूबने डूबने के कगार पर हैं। मिर्च की खेती से मालामाल गांव के किसान अब बेहाल हैं। बा ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।