किसान अभी भी हल चलाकर अपनी खेती बाड़ी करते हैं जहां सरकार मेक इन इंडिया की बात कर रहा है वहीं ग्रामीण परिवेश में रहने वाले किसान अभी भी पुरानी निवास में जीवन बसेरा कर रहे हैं रोजी रोटी के लिए हल चलाकर खेती-बाड़ी करते हैं
किसान अभी भी हल चलाकर अपनी खेती बाड़ी करते हैं जहां सरकार मेक इन इंडिया की बात कर रहा है वहीं ग्रामीण परिवेश में रहने वाले किसान अभी भी पुरानी निवास में जीवन बसेरा कर रहे हैं रोजी रोटी के लिए हल चलाकर खेती-बाड़ी करते हैं