बढ़ते समय के साथ आगे बढ़ने का परिपाटी रहा है लेकिन ताजपुर में इसके उल्टा होते रहा है. यहाँ के नकारा, चुप्पा एवं भाई- भतीजावाद के शिकार जनप्रतिनिधि के कारण इसके साथ सौतेलापूर्ण व्यवहार होता रहा है लेकिन इस बार यहाँ के मतदाता झूठे घोषणाबाजों को सबक सिखाने के मुड में है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।