एक तरफ लोग मंदी की मार झेल रहे हैं और दूसरी ओर आसमान छूती मंहगाई ने कमर तोड़ दी है. बेरोजगारी के कारण आम जनता पहले ही हलाकान थी और अब प्याज—टमाटर की बढ़ती कीमतों ने उनके खाने की थाली और भी सूनी कर दी है. आलम ये है कि लोग सब्जियां खरीदने से पहले दो बार सोच रहे हैं. लेकिन अगर सिक्के के दूसरे पहलू पर नजर डाले तो इस मंहगाई से किसानों को मुनाफा होना चाहिए.ब्जियों के दाम बढ़ा देने से किसानों को फायदा होगा? या फिर केवल सरकारी खजाने ही भरेंगे. इसके साथ ही हमें बताएं कि आपके यहां प्याज, आलू और टमाटर जैसी फसलों के भंडार के लिए उचित व्यवस्था है या नहीं? और प्याज की जमाखोरी के बारे में आप क्या सोचते हैं?