आज दिनांक 10 जून 19 को ममता एचआईएमसी एवं जिला यक्ष्मा केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में युवा शौर्य के आयोजन में मध्य विद्यालय, बेलाही, बिथान के प्रांगण में टीवी मरीजों के पहचान हेतु विशेष निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बेलाही पंचायत के बेलाही गांव एवं धरहरवा गांव के लोगों ने शिविर में अपना स्वास्थ्य संबंधी सलाह लिया। शिविर में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए ममता एचआईएमसी के जिला समन्वयक राहुल जी ने सभी को बताया कि टी.बी. एक जानलेवा बीमारी है यह नाखून दांत व बाल को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है, पर इनमें फेफड़े वाली टीवी ज्यादा खतरनाक है क्योंकि फेफड़े वाली टी.बी. के रोगियों से टी.बी. समुदाय में आसानी से फैलता है उन्होंने बताते हुए कहा कि फेफड़े वाली टी.बी. के रोगी के खांसने से, थूकने से एवं किसी के साथ उनके खान-पान से भी यह रोग एक दूसरे में फैलता है ।परंतु अच्छी बात यह है कि इसका इलाज संभव है, उन्होंने बताया कि भारत सरकार एवं बिहार सरकार टीबी रोग के रोकथाम के लिए विशेष रूप से प्रयत्नशील है और मिशन मोड में काम कर रही है मतलब है कि 2025 तक टी.बी. का नियंत्रण किया जा सके और इसके लिए RNTCP कार्यक्रम के तहत चिन्हित टीबी रोगियों को उनके संबंधित प्राथमिक अस्पताल से मुफ्त दवा दी जा रही है तथा जांच भी मुफ्त किया जा रहा है, साथ ही बिहार सरकार के द्वारा नए मरीजों को 6 माह तक ₹500 प्रति माह की दर से पोषण राशि भी दी जा रही है ऐसे में टीबी रोग के उपचार एवं रोकथाम के लिए आप सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच कराना चाहिए और कार्यक्रम का लाभ उठाना चाहिए मौके पर युवा शौर्य के सचिव दीपक कुमार जी ने उपस्थित ग्रामवासियों को बताया कि टीवी के क्या लक्षण है और इसके कितने तरह के जांच होते हैं जांच शिविर में सहयोग हेतु बेलाही की आशा प्रभादेवी एवं धरहरवा की आशा नीतू देवी भी मौजूद थी साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वामी विवेकानंद युवा मंडल बेलाही की भूमिका महत्वपूर्ण रही शिविर में 46 लोगों ने भाग लिया जिसमें लक्षण के आधार पर टीवी के लक्षण पाए जाने वाले लोगों के टीबी जांच के लिए खखार संग्रहण किया गया जांच उपरांत अगर उन्हें टीवी पाया जाता है तो सरकार के आरएनटीसीपी कार्यक्रम से जोड़कर उन्हें उचित लाभ दिलाया जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में युवा मंडल के अध्यक्ष निरंजन कुमार पोद्दार, सदस्य विकास कुमार आदि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।