बिहार, जिला जमुई प्रखण्ड सिंकदरा, से विजय कुमार सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में छोलाछाप डॉक्टरों की चपेट में गरीब और अनपढ़ लोग आसानी से फंस जाते है। बिहार राज्य में औसतन 4 लाख फर्जी डॉक्टर है।ऐसे डॉक्टर अधिकतर ग्रामीण इलाकों में अपना क्लीनिक खोल कर बैठे है।ये डॉक्टर बिना किसी डिग्री के अपने बोर्ड पर तरह-तरह की डिग्री लिखवाकर लोगों को फंसाने में कामयाब हो रहे है।जानकारी के बिना लोगो का इलाज कर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे है।आये दिन कहीं-न-कहीं छोलाछाप डॉक्टरों का भंडाफोड़ होते रहता है तब जाकर प्रशासन हरकत में आती है।जगह-जगह छापेमारी की जाती है उसके बाद इसे ठण्डे बस्ते में डाल दिया जाता है उसके बाद वे फिर से सक्रिय हो जाते है।प्रशासन को इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि गरीबो के सेहत के साथ खिलवाड़ ना हो।