मोबाइल वाणी और माय कहानी का एक ख़ास पेशकस आपके लिए कार्यक्रम भावनाओं का भवर जहाँ हम सुनेंगे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ जानकारियां , तो आइये, आज की कड़ी में सुनेंगे बुलिंग यानि कि ताकत दिखाके बदमाशी करना क्या होता है और इसका पहचान कैसे किया जाये साथ ही इस समस्या से निपटने के लिए क्या किया जा सकता है इस बारे में । हां तो साथियों, बुलिंग का सामना करना कोई आसान काम नहीं होता है। हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इसका शिकार है. क्या आपने या आपके किसी जानने वाले ने कभी अपने जीवन में बुलिंग का सामना किया है ? आखिर क्या वजह है कि समाज में बुलिंग जैसी समस्या उत्पन्न होती है और क्यों लोग इस समस्या से जूझने के लिए मजबूर होते हैं ? बुलिंग से जूझने में माता पिता की क्या भूमिका हो सकती है ? साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.youtube.com/@mykahaani

दरभंगा । क्षेत्र के हरिहरपुर पश्चिमी पंचायत अंतर्गत बहुआरा बुजुर्ग गांव में टैलेंट कोचिंग की तरफ से एक सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए निदेशक मो० मकबूल ने मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट में सफल होने वाले छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित। मौके पर मुख्य अतिथि शायरे हिन्द नेपाल हिसामुद्दीन माहिर भारती , डा० सुरेश कुमार , पंडित शशिकान्त झा , मो० ओबैस , मो० मुस्ताक , मो० अफरोज , मौलाना जमाल अब्दुल नासिर साहब कासमी , आदि मौजूद रहे। मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट में सफल होने वालों बच्चों में फातिमा परवीन , मो० अबु तालिब , कुणाल कुमार दास , महाब शेख , रुबी परवीन , सुबी परवीन , नाजदा अहमद , मो० मोतईन सहित कुल 165 छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित। निदेशक मो० मकबूल ने बताया कि इस वर्ष मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट में सफल होने वाले कुल 165 बच्चों के बीच कप मेडल आदि बांटकर उन्हें सम्मानित किया गया है। सफलता पाने वाले छात्र छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आगे कहा कि शिक्षा की बुनियाद पर सबकुछ हासिल किया जा सकता है। मीर मो० शहनवाज ने कहा सम्मानित होने वाले छात्र-छात्राओं को लगन और परिश्रम के साथ आगे बढ़कर अपनी मंजिल को पाप्त करना है। इस सफर में शिक्षकों के साथ-साथ माता पिता का भी अहम योगदान होता है। सफल होने वाले छात्र-छात्राएँ बधाई के पात्र हैं।

दरभंगा मोबाइल वाणी पर आज गोल्डन सर का विचार

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L.N.M.U . छात्र-छात्राओं की समस्याओं को लेकर छात्र नेताओं में आक्रोश

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दरभंगा । दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के बी.एड. (नियमित) में विख्यात कंपनी पिडीलाइट इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के सौजन्य से 4 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला दिनांक 09 से 13 फरवरी 2024 तक चलेगा। इस कार्यशाला के उद्देश्य के सम्बन्ध में विभागाध्यक्ष डॉ. अरविन्द कुमार मिलन ने कहा कि विभाग न केवल छात्र-छात्राओं में शिक्षण कौशल का विकास करता है, बल्कि साथ-साथ जीवन कौशल एवं सौन्दर्यात्मक कौशल के विकास का अवसर भी प्रदान करता है। छात्र-छात्राओं की विशेष रूचि से इसे आत्म-निर्भरता का कौशल भी बनाया जा सकता है । इस कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को ग्लास-पेंटिंग, म्यूरल आर्ट, मिथिला पेंटिग, टाई एंड स्टैंसिल वर्क का प्रशिक्षण दिया जाएगा। आज ग्लास-पेंटिंग का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाला में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया लिया। यह प्रशिक्षण पिडीलाइट इंडस्ट्रीज़ के प्रियंका कुमारी तथा विशाखा कुमारी द्वारा दिया गया। इस अवसर पर पिडीलाइट इंडस्ट्रीज़ के रवि वर्मा, मार्केटिंग मेनेजर एवं विभाग के शिक्षक डॉ. शुभ्रा, डॉ. कुमारी स्वर्णरेखा, डॉ. मिर्ज़ा रूहुल्लाह बेग, उदय कुमार, गोविन्द कुमार, डॉ. जय शंकर सिंह, डॉ. रेशमा तबस्सुम, डॉ. कुमारी बबिता रानी, सुनील कुमार आदि उपस्थित रहे।

21 फरवरी को पीजी बॉटनी विभाग में होगा मुख्य समारोह, जबकि 20 फरवरी को पीजी संस्कृत विभाग में होंगे क्विज एवं काव्य पाठ प्रतियोगिताएं दरभंगा । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा में आगामी 21 फरवरी को आयोजित होने वाले "अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस समारोह- 2024" की तैयारी के उद्देश्य से मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो ए के बच्चन की अध्यक्षता में आयोजन समिति की विश्वविद्यालय मैथिली विभाग में बैठक हुई, जिसमें हिन्दी के वरीय प्राध्यापक प्रो चंद्रभानु प्रसाद सिंह, मैथिली विभागाध्यक्ष प्रो दमन कुमार झा, हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो उमेश कुमार, संस्कृत विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो, उर्दू विभागाध्यक्ष डा गुलाम सरवर, मैथिली के वरीय प्राध्यापक प्रो अशोक कुमार मेहता, संस्कृत के प्राध्यापक डा आर एन चौरसिया तथा मैथिली के प्राध्यापक डा सुरेश पासवान एवं डा सुनीता कुमारी आदि उपस्थित थे। बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह विश्वविद्यालय वनस्पति विज्ञान विभाग में "अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की प्रासंगिकता" विषय पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें हिन्दी, मैथिली, संस्कृत तथा उर्दू के एक- एक कवि या कवयित्री अपनी प्रस्तुति देंगे। मुख्य समारोह के कार्यक्रम प्रभारी विश्वविद्यालय पेंशन पदाधिकारी डा सुरेश पासवान होंगे। वहीं अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की पूर्व संध्या पर 20 फरवरी को विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग में 'क्विज प्रतियोगिता' तथा 'छात्र- छात्राओं का काव्य पाठ प्रतियोगिता' आयोजित की जाएगी। क्विज प्रतियोगिता के प्रभारी डा आर एन चौरसिया तथा काव्य पाठ प्रतियोगिता के प्रभारी प्रो उमेश कुमार बनाए गए। काव्य पाठ प्रतियोगिता हिन्दी, मैथिली, संस्कृत तथा उर्दू भाषा में होंगी, जबकि क्विज प्रतियोगिता का आयोजन हिन्दी भाषा में होगा। काव्य पाठ प्रतियोगिता में भाषावार प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे, जबकि क्विज प्रतियोगिता में समेकित रूप से प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे। वहीं प्रतियोगिताओं में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र मुख्य समारोह में दिनांक 21 फरवरी को दिया जाएगा। समारोह के संयोजक प्रो ए के बच्चन ने बताया कि मुख्य समारोह के उद्घाटन हेतु कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी से आग्रह किया जाएगा। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में वित्तीय परामर्श तथा कुलसचिव उपस्थित होंगे। उन्होंने बताया कि छात्र- छात्राओं के बीच अपनी मातृभाषा के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से ही अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की पूर्व संध्या पर 20 फरवरी, 2024 को क्विज तथा काव्य पाठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। बैठक में उपस्थित प्राध्यापकों का स्वागत प्रो ए के बच्चन ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन मैथिली विभागाध्यक्ष प्रो दमन कुमार झा ने किया।